कैंडल जलाकर शहीद जवानों को दी जा रही भावपूर्ण श्रद्धांजलि
जागरण संवाददाता, कठुआ : पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को कैंडल जलाकर विभिन्न सं
जागरण संवाददाता, कठुआ : पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को कैंडल जलाकर विभिन्न संगठनों द्वारा श्रद्धांजलि देने का क्रम सोमवार भी जारी रहा। शहर के मुखर्जी चौक में नारी शक्ति जागृति मंच संगठन से जुड़ी महिलाओं ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। नारी शक्ति जागृति मंच की सुषमा महाजन व सुषमा अवतार के नेतृत्व में महिलाओं ने शहीद जवानों की शहादत पर गहरा दुख जताया और उनके परिवार के प्रति गहरी संवदेना जताई। उन्होंने कहा कि पूरा देश शहीद परिवारों के साथ है। महिलाओं ने सरकार से हमले के आरोपियों के खिलाफ सख्तकार्रवाई की मांग भी की। गौरतलब है कि गत दिवस भी इस संगठन ने शहर में शहीदी चौक से लेकर मुखर्जी चौक तक कैंडल मार्च निकाल शहीदों को श्रद्धांजलि दी थी।
मुस्लिम समुदाय ने भी शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग भी दुख जता रहे हैं और अपने-अपने क्षेत्रों में शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सोमवार जिले के माईचक
गांव में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया। स्थानीय मोहम्मद कासिम के नेतृत्व में मौलवी की उपस्थिति में श्रद्धांजलि समारोह हुआ। शिव सेना बाल ठाकरे ने राज्य में बिगड़े माहौल पर जताई चिंता
राज्य में बने हालात पर शिवसेना बाल ठाकरे ने चिंता जताई है। पुलवामा हमले को लेकर जारी प्रतिक्रिया में जिला शिवसेना के प्रधान राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमला भारत सरकार को चुनौती है। ऐसे में अगर अभी भी सख्त कार्रवाई नहीं की तो आने वाले समय में आतंकियों के हौसले और बढ़ेंगे। उन्होंने 40 जवानों की एक साथ शहादत पर गहरा दुख जताया और कहा कि कार्रवाई में की जा रही देरी का नतीजा मेजर सहित चार और जवानों की शहादत देकर भुगतना पड़ रहा है। ऐसे में अब सरकार राजनीति से ऊपर उठकर देश की चिंता करें, इसी में देश का हित और भलाई है। राज्य में 30 साल पुराने आतंकवाद को अब आगे और पनपने से पहले ही सख्ती से कुचला जाए। राज्य में जारी माहौल से लोग भी परेशान हैं। मौजूदा समय में भाजपा केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार है। अगर अभी भी नहीं तो कब?
कविता के माध्यम से कवि ने जताई चिंता
प्रत्येक वर्ग शहीद जवानों को अपने-अपने ढंग से श्रद्धांजलि देने के साथ दुख जता रहा है, वहीं कवि भी कविता के माध्यम से घटना को लेकर चिंतित हैं। शहर के कवि तरसेम महाजन ने पुलवामा घटना के बाद अपनी कविता के माध्यम से कुछ इस तरह अपनी पंक्तियां लिखी हैं
'हम देश विरोधी तत्वों का कब तक लोहा मनवाएंगे
कश्मीर सोने की चिड़ियां है, नहीं बच्चों को झूठ पढ़ाएंगे'
'मेरे देश का सुरक्षा बलकभी
जब ऑपरेशन करता है
लीडर कश्मीर के कहते हैं
गोली में बल है, हल नहीं
आतंकी हमलों में कब तक
हम शहादतें अपनी दे पाएंगे '
'अंकुश तो लगाना होगा हमे
कुछ कर दिखलाना होगा, हमें
इन देश विरोधी तत्वों को
कुछ धूल चटाना होगा, हमें
वरना हम ऐसे हमलों का खुद निशाना बन जाएंगे'