विराट मुंजाल का अद्भुत संगीत शैली लोगोें को झूमने-नाचने को कर देता है मजबूर
डुएट- रेव एंड क्रेव जहां विराट ने क्रेव के रूप में काम किया। उनके संगीत पर पांव नहीं थिरकना असंभव था। विराट के नाम से मशहूर शिवाय ने पिछले कुछ वर्षों में 50 से अधिक स्कूल कार्यक्रमों और 100 से अधिक क्लबों में अपनी प्रतिभा की धाक जमाया।
जम्मू, जेएनएन : कम उम्र में किसी युवा का किसी खास प्रतिभा के लिए प्रसिद्ध होना हमेशा रोमांचक ही नहीं प्रेरणादायक भी होता है। क्योंकि ऐसी उम्र में ज्यादातर युवा आम तौर पर अपने करिअर का रास्ता ही खोज रहे होते हैं। वे अपने लक्ष्य से भी अनजान होते हैं। ऐसे में जब शिवई मुंजाल जैसे युवा अपनी कड़ी मेहनत से जिंदगी में कुछ हासिल कर लेने और लोगों में अपनी पहचान बताते हैं, वे दूसरों के लिए स्वत: एक उदाहरण ही बन जाते हैं।
डुएट- रेव एंड क्रेव जहां विराट ने क्रेव के रूप में काम किया। उनके संगीत पर युवाओं के लिए पांव नहीं थिरकना असंभव था। विराट के नाम से मशहूर शिवाय ने पिछले कुछ वर्षों में 50 से अधिक स्कूल कार्यक्रमों और 100 से अधिक क्लबों में अपनी प्रतिभा की धाक जमाया है। इसमें भारत के कुछ सर्वश्रेष्ठ क्लब भी शामिल हैं। शिवई के संगीत का सफर तब शुरू हुआ, जब वह अपनी किशोरावस्था में प्रवेश कर रहे थे। यह आश्चर्यजनक है कि वह उस उम्र में अपने लक्ष्य को पहचानने और संगीत उद्योग में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए पर्याप्त परिपक्व थे।
हैदराबाद में प्लेब्वाय और हाइलाइफ क्लब, चंडीगढ़ में किट्टी सु, बेंगलुरु में हाई अल्ट्रा लाउंज जैसे स्थानों पर उनके राकिंग प्रदर्शन और स्टेज शो के बाद उनकी प्रसिद्धि को रोकना असंभव था। मुंबई में आयरिश पब हाउस, दिल्ली में लार्ड आफ द ड्रिंक्स, और भी बहुत ऐसे क्लुबों में उनके संगीत की विविधता ने पूरे देश के प्रशंसकों को आकर्षित किया, और भारत के क्लबों के अलावा चीन के क्लबों में भी अपने संगीत से अपना परचम लहरा दिया। रेव एंड क्रेव डुएट ने सनबर्न, वीएच1 सुपरसोनिक और मैड डिसेंट ब्लाक पार्टी जैसे प्रसिद्ध संगीत कार्यक्रमों में अपनी अद्वित्य संगीतशैली से पहले ही अपना डंका बजा लिया था। जो भी इसे देखते हैं, उनके लिए इस तरह का स्टारडम आकर्षक होता है।