पाक में ट्रेनिंग लेकर कश्मीर लौटते ही युवक ने किया सरेंडर
कश्मीर पहुंचने के तुरंत बाद अपने परिजनों के जरिये सुरक्षा एजेसियों से संपर्क किया और खुद को सुरक्षाबलों के हवाले कर दिया।
By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 10 Feb 2018 10:34 AM (IST)Updated: Sat, 10 Feb 2018 10:34 AM (IST)
v style="text-align: justify;">श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो]। जिहादी तत्वों के दुष्प्रचार से गुमराह हो आतंकवाद की राह पर चल निकले युवकों की घर वापसी में जुटे सुरक्षाबलों के प्रयासों को शुक्रवार को उस समय और बल मिला, जब पाकिस्तान में लश्कर के ट्रेनिंग कैंप में विध्वंसकारी गतिविधियों की ट्रेनिंग लेकर कश्मीर पहुंचते ही एक युवक ने सरेंडर कर दिया। हालांकि सेना या पुलिस के किसी भी अधिकारी ने सरेंडर करने वाले युवक की पहचान के बारे में कोई खुलासा नहीं किया, लेकिन यह जिला बडगाम का रहने वाला है और वैध वीजा-पासपोर्ट लेकर ही पाकिस्तान आतंकी बनने गया था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस युवक के बारे में पिछले दिनों बारामुला में पकड़े गए लश्कर के दो आतंकियों अब्दुल मजीद बट और मोहम्मद अशरफ मीर ने जानकारी दी थी। मजीद व अशरफ भी पासपोर्ट लेकर ही पाकिस्तान गए थे। उन्होंने इस्लामाबाद के पास स्थित बर्मा नामक कस्बे के बाहरी छोर पर स्थित लश्कर के कैंप में आतंकी गतिविधियों की ट्रेनिंग ली थी। मजीद व अशरफ से मिले सुरागों के आधार पर बडगाम के युवक के परिजनों से संपर्क किया। वह अपने पुत्र के आतंकी बनने से परेशान थे। उन्होंने उससे संपर्क कर उसे मुख्यधारा में लौटने के लिए मनाया। इसके बाद वह वाघा बार्डर के रास्ते वापस हिंदोस्तान आया और एक दिन पहले ही कश्मीर पहुंचा। उसने कश्मीर पहुंचने के तुरंत बाद अपने परिजनों के जरिये सुरक्षा एजेसियों से संपर्क किया और खुद को सुरक्षाबलों के हवाले कर दिया। सरेंडर करने के बाद उसने बताया कि इस्लामाबाद के पास स्थित लश्कर के ट्रेनिंग कैंप में उसे हंजला अदनान और मलिक साब नामक दो आतंकी कमांडरों ने विभिन्न प्रकार के हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया है। उसने बताया कि वहां उसे कुछ और कश्मीरी आतंकी ट्रेनर व युवक मिले जिनके कोड नाम अबु हत्फ, नूर गुल और अब्दुल्ला भाई हैं।पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बडगाम के इस युवक ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं, जो कश्मीर में आतंकियों के भर्ती अभियान को नाकाम बनाने में कारगर साबित होंगी। इस युवक के खिलाफ फिलहाल कोई बड़ा मामला दर्ज नहीं है। उसे काउंसलिंग के बाद एक दो दिनों में उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
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