शादी की पहली सालगिरह मनाने की तैयारी कर रहा था साहिल
साहिल का अंतिम संस्कार सैनिक कॉलोनी में सोमवार को हुआ, जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए। स्थानीय लोगों का कहना था कि साहिल मिलनसार और सबसे हंस कर मिलने वाला युवक था।
जम्मू, जागरण संवाददाता : कठुआ में हुए सड़क हादसे में मौत का ग्रास बना साहिल अपने पीछे सात महीने की गर्भवती पत्नी को छोड़ गया है। साहिल की पिछले वर्ष दिसंबर ही शादी हुई थी। आगामी दिसंबर में वह शादी की पहली सालगिरह धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रहा था। उधर साहिल की मौत की सूचना पाकर पत्नी बदहवास है। उसे यकीन नहीं हो रहा कि उसका पति उसे इस तरह से छोड़ कर चला जाएगा। साहिल सैनिक कॉलोनी के सेक्टर ई में रहता था। उसके पिता देव चौधरी इलाके के गणमान्य लोगों में हैं।
एमएलसी बिक्रम रंधावा रिश्ते में साहिल की मामा हैं। जैसे ही यह दुखद सूचना सैनिक कॉलोनी में पहुंची, उनके घर लोगों का तांता लगना शुरू हो गया। साहिल की मौत की खबर उसके परिजनों ने उसकी पत्नी से छिपा कर रखी थी। उसे उस समय किसी अनहोनी का अहसास हुआ, जब उसने घर में लोगों को आते-जाते देखा। परिजनों को भी साहिल के हादसे में गंभीर रूप से घायल होने की सूचना देकर कठुआ बुलाया गया जहां उन्हें उसकी मौत का पता चला। साहिल का अंतिम संस्कार सैनिक कॉलोनी में सोमवार को हुआ, जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए। स्थानीय लोगों का कहना था कि साहिल मिलनसार और सबसे हंस कर मिलने वाला युवक था। वह समाज सेवा के कार्यो आगे रहता था लेकिन अब उसकी कमी इलाके के लोगों को खलती रहेगी।
बहनों ने पाला था राहुल को, फरवरी में हुई थी शादी साहिल के साथ ही हादसे में मारे गए राहुल को उसकी तीन बहनों ने मुश्किलों से पाला था। राहुल के माता-पिता का देहांत छोटी उम्र में ही हो गया था। वह तीन बहनों का इकलौता सबसे छोटा भाई था। राहुल शहर में सुनार की दुकान चलाता था। फरवरी ही उसकी शादी हुई थी। राहुल की पत्नी भी इस समय गर्भवती है और पति की मौत के बाद उस पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। उसकी बहनों का भी रो रोकर बुरा था। वे बार-बार अपने भाई को पुकार रही थीं। सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से विदाई दी।