जब हथगोला हाथ में लेकर स्कूल पहुंच गए विद्यार्थी, जानिए फिर क्या हुआ?
दरअसल सुबह कैंबल डंगा हाई स्कूल के कुछ विद्यार्थी स्कूल जाने के लिए कैंबल डंगा खड्ड से गुजर रहे थे। इसी दौरान तीन विद्यार्थियों की नजर खड्ड में पड़े एक जीवित हथगोले पर पड़ी।
रियासी, संवाद सहयोगी। जिले के कैंबल डंगा इलाके में उस समय सनसनी फैल गई जब तीन विद्यार्थी एक जीवित हथगोला लेकर स्कूल पहुंच गए। यह देख शिक्षकों के हाथ-पांव फूल गए और उन्होंने बच्चों को दूर हटाकर इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हथगोला कब्जे में लेकर उसे निष्क्रिय कर बड़ा हादसा टाल दिया।
दरअसल, सुबह कैंबल डंगा हाई स्कूल के कुछ विद्यार्थी स्कूल जाने के लिए कैंबल डंगा खड्ड से गुजर रहे थे। इसी दौरान तीन विद्यार्थियों की नजर खड्ड में पड़े एक जीवित हथगोले पर पड़ी। नासमझ, विद्यार्थियों ने बिना सोचे-समझे हथगोला उठा लिया और उसे लेकर स्कूल पहुंच गए। उस समय स्कूल में और भी काफी विद्यार्थी थे। इस बीच, स्कूल के शिक्षकों की नजर जब विद्यार्थियों द्वारा पकड़े हथगोले पर पड़ी तो वे सकते में आ गए।
उन्होंने सूझबूझ का परिचय देते हुए हथगोले को एक खुली जगह में रखकर स्कूल के सभी बच्चों को उससे काफी दूर सुरक्षित जगह पर ले गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने जांच-पड़ताल में हथगोला जीवित पाया। उसके बाद पुलिस पूरी सावधानी के साथ हथगोले को अपने कब्जे में लेकर जिला पुलिस लाइन आ गई।
घातक हो सकते थे परिणाम :
स्कूल में हथगोला मिलने के बाद बच्चे काफी सहमे नजर आए। वहीं पुलिस सूत्रों ने कहा कि हथगोला अगर दुर्घटनावश फट जाता तो परिणाम काफी घातक हो सकते थे। चूंकि उस समय स्कूल में काफी संख्या में विद्यार्थी व शिक्षक मौजूद थे।
भारत निर्मित 1964 का बना है हथगोल :
डीएसपी वसीम हमदानी ने बताया कि हथगोला भारत निर्मित है, जोकि 1964 का बना है। हथगोले के बाहरी भाग में काफी जंग भी लग चुका है। उन्होंने कहा कि इसका आतंकवाद से कोई भी लेना-देना नहीं है। इसे निष्क्रिय करने के साथ ही मामले की जांच की जाएगी।