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Jammu शहर के वार्ड 16 की हर गली में लगा पहचान बोर्ड, अब कारपोरेटर का नंबर मिलाओ समस्याओं से छुटकारा पाओ

जम्मू शहर में कुल 75 वार्ड हैं और हजारों गलियां। अधिकतर शहर में गलियों के बाहर गली नंबर दर्शाने वाले बोर्ड नहीं लगाए गए हैं। वार्ड 16 में किए गए इस प्रयास की सभी लोग सराहना कर रहे हैं।

By anchal singhEdited By: Vikas AbrolPublished: Thu, 06 Oct 2022 06:22 PM (IST)Updated: Thu, 06 Oct 2022 06:22 PM (IST)
इस बोर्ड पर गली नंबर देने के साथ वार्ड नंबर और कारपोरेटर ने अपना मोबाइल नंबर भी दिया है।

जागरण संवाददाता, जम्मू : वार्ड नंबर 16 शहर के 75 वार्डों में पहला ऐसा वार्ड बन गया है जहां की हरेक गली में बोर्ड लगाकर नंबर लगाया गया है। जम्मू नगर निगम में तय हुआ था कि हर वार्ड को 5 ही बोर्ड मिलेंगे लेकिन स्थानीय कारपोरेटर ने प्रयास किए और वार्ड से लोहे के कचरे का सदुपयोग करते हुए बोर्ड तैयार करवाए।

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हरेक गली के बाहर लेन नंबर लिखे यह बोर्ड लगने से अब वार्ड में रहने वालों को काफी सुविधा हुई है। अब वार्ड में किसी का पता ढूंढने में कोई दिक्कत नहीं होगी। कोई रिश्तेदार आएगा तो उसे गली ढूंढना आसान हो जाएगा और फिर आसानी से संबंधित घर में पहुंचा जा सकेगा। वार्ड नंबर 16 में कुल 110 गलियां हैं। दावा किया जा रहा है कि हरेक गली में कुछ न कुछ काम जरूर करवाया गया है। शेष कार्यों को भी चरणबद्ध तरीके से पूरा करवाया जा रहा है। इस बोर्ड पर गली नंबर देने के साथ वार्ड नंबर और कारपोरेटर ने अपना मोबाइल नंबर भी दिया है ताकि समस्या होने पर लोग उनसे संपर्क कर सकें।

बाकियों के लिए उदाहरण

जम्मू शहर में कुल 75 वार्ड हैं और हजारों गलियां। अधिकतर शहर में गलियों के बाहर गली नंबर दर्शाने वाले बोर्ड नहीं लगाए गए हैं। वार्ड 16 में किए गए इस प्रयास की सभी लोग सराहना कर रहे हैं। शेष शहर की गलियों के बाहर भी इस तरह के बोर्ड लगाने की मांग की जा रही है।

2005 से हवा-हवाई है फैसला

वर्ष 2005 मेें जब पहली बार नगर निगम में कारपोरेटर चुनकर आए थे, तब भी फैसला लिया गया था कि हर गली के बाहर ऐसे बोर्ड लगाए जाएंगे लेकिन फंड्स के अभाव में यह निर्णय कागजों तक सीमित रह गया। अब 2018 में दोबारा कारपोरेटर चुनकर आए तो फिर नगर निगम के जनरल हाउस में मुद्दा उठा। सर्वसम्मति से हरेक वार्ड में 5 बोर्ड लगाने की अनुमति मिली। अब कारपोरेटर राजेंद्र शर्मा ने प्रयास कर उदाहरण पेश कर दिया है।

सरकारी अनदेखी

जम्मू नगर निगम शहर की गलियों के बाहर पहचान बोर्ड तो नहीं लगवा पाया लेकिन तवी नदी पर चौथे पुल के साथ लगती गुज्जर बस्ती की हर गली के बाहर वर्षों से यह बोर्ड लगे पड़े हैं। तवी पुल से बेलीचराना की ओर मुख्य सड़क के किनारों बशीर बस्ती व गली नंबर लिखे हरे रंग के यह बोर्ड निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। हद तो यह है कि जम्मू विकास प्राधिकरण कई बार इस जमीन पर बने अधिकतर घराें को अवैध करार दे चुका है। साफ है कि अवैध बस्ती में बोर्ड लगे पड़े हैं।

कुछ भिन्न करने का प्रयास

‘हर वार्ड में 5 बोर्ड लगाने की अनुमति जनरल हाउस में मिली थी। हमने प्रयास किया और वार्ड से निकलने वाले स्क्रैच को इकट्ठा करवा कर बोर्ड बनवा लिए। अब वार्ड की सभी गलियों के आगे गली नंबर लिखा बोर्ड लगा दिया गया है। कुल 110 गलियां हैं। सबसे कुछ न कुछ काम हुआ है। कहीं सीवरेज का काम पूरा किया तो कहीं टाइल का काम चल रहा है। जो काम रह भी गए हैं, उन्हें भी नगर निगम से करवाया जा रहा है। ’ -राजेंद्र शर्मा, कारपोरेटर, वार्ड 16


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