शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार: पंचों को बुलाकर बंदोबस्त करना भूला विजयपुर ग्रामाीण विकास विभाग
गुस्साए पंचों ने बीडीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया व संबंधित विभाग के अधिकारियाें के खिलाफ नारेबाजी की।
विजयपुर, संवाद सहयोगी। पंचों को उम्मीद थी कि जिस प्रकार राज्यपाल सत्यपाल मलिक की मौजूदगी में सरपंचों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। उसी तरह पंचों के शपथ ग्रहण समारोह के लिए भी बेहतर प्रबंध किए गए होंगे। विजयपुर गांव के सभी पंच पूरी तैयारी के साथ शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे परंतु वहां के बंदोबस्त देख उनका गुस्सा इस कदर भड़क गया कि उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग पर उनका अपमान करने का आरोप लगाते हुए प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिए।
ब्लाक के नवनिर्वाचित पंचों ने ग्रामीण विकास विभाग की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध होकर शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया। पंचों को दो बजे शपथ दिलाने के लिए बुलाया था पर संबंधित विभाग बंदोबस्त करना ही भूल गया। गुस्साए पंचों ने बीडीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया व संबंधित विभाग के अधिकारियाें के खिलाफ नारेबाजी की।
पंच सुरेंद्र सलाथिया, उतकांश सलाथिया, सुंदर सिंह, अशोक कुमार, चरण सिंह, यशपाल सिंह आदि ने ग्रामीण विकास विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि नवनिर्वाचित सरपंचों को राज्य के राज्यपाल मलिक पद एवं गाेपनीयता की शपथ दिलाई थी। अब जब पंचों की बारी थी तो ग्रामीण विकास विभाग शपथ ग्रहण समारोह का बंदोबस्त करना ही भूल गया। यह पंचों का अपमान है। पंचों ने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग ने उन्हें शपथ के लिए दो बजे विजयपुर स्थित सामुदायिक भवन में बुलाया था पर दोपहर ढाई बजे तक गेट पर ताला लटक रहा था।
गेट पर ताला लटकता देख पंच आग बबूला हो गए। ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पंचों ने वहीं प्रदर्शन शुरू कर दिया। तभी बीडीओ विजयपुर सोना गुप्ता भी वहां पहुंच गई। उन्होंने गुस्साए पंचों को शांत करते हुए बताया कि उन्हें जिला मुख्यालय नंदनी में डीसी मैडम के साथ जरूरी बैठक में जाना पड़ा। विभाग ने शपथ ग्रहण समारोह का पूरा बंदोबस्त किया है। गुस्साए पंचों ने कहा कि अगर आप मीटिंग में गई थी तो विभाग के किसी अन्य अधिकारी को इसकी जिम्मेदारी सौंप देती। गुस्साए पंचों ने बीडीओ की बात नहीं मानी और शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार कर वापिस अपने घरों को लौट गए।