कुलगाम में हिंसा, पत्थरबाज की मौत व पांच घायल, सोशल मीडियार दुष्प्रचार से सावधान रहें युवा
राज्य पुलिस महानिदेश ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तान स्थित साइबर अथवा की-पैड जिहादियों से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। दक्षिण कश्मीर के आखरन (कुलगाम) में सोमवार को सुरक्षाबलों और राष्ट्रवरोधी तत्वों के बीच हुई हिंसक झड़पों में एक पत्थरबाज की मौत और पांच अन्य घायल हो गए। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ ही हिंसा और तनावग्रस्त इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।
जानकारी के अनुसार, सेना की नौ आरआर के जवानों का एक गश्तीदल नौपुरा आखरन इलाके से गुजर रहा था। वहां मौजूद युवकों ने दल को देखते ही उसका रास्ता रोक नारेबाजी शुरू कर दी और कुछ ही देर में यह नारेबाजी पथराव में बदल गई। स्थिति को बिगड़ता देख जवानों ने भीड़ को चेतावनी देते हुए बल प्रयोग किया, लेकिन स्थिति और बिगड़ गई।
बताया जाता है कि पथराव कर रही भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने जवानों के साथ मारपीट करते हुए उनके हथियार छीनने का प्रयास किया। इस दौरान चली गोली में दो युवक एजाज अहमद बट पुत्र बशीर अहमद और रईस अहमद गोली लगने से जख्मी हो गए।
दोनों को तुरंत निकटवर्ती जंगलात मंडी अनंतनाग स्थित अस्पताल में ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने एजाज अहमद को मृत घोषित कर दिया। रईस अहमद की हालत भी गंभीर है। उसे श्रीनगर अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। एजाज की मौत की खबर फैलते ही स्थिति पूरी तरह तनावपूर्ण हो गई और साथ सटे इलाकों में भी ¨हसक झड़पें फैल गई। देर रात तक जारी झड़पों में चार और लोग जख्मी हो गए।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि सेना के जवानों ने नौपुरा आखरन में आकर तलाशी अभियान चलाया था, जिसके बाद हिंसा भड़की। इस बीच, देवसर के विधायक मोहम्मद अमीन बट ने सुरक्षाबलों की फायरिंग में युवक की मौत की जांच कराने और दोषी सैन्यकर्मियों को कठोर दंड दिए जाने की मांग की है। उन्होंने पीडि़त परिवार के लिए पर्याप्त मुआवजा भी मांगा है।
सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार से सावधान रहें युवा
राज्य पुलिस महानिदेश डॉ. शेष पाल वैद ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तान स्थित साइबर अथवा की-पैड (इंटरनेट में सक्रिय) जिहादियों से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य पुलिस बड़ी हद तक ऐसे तत्वों की नकेल कसने में कामयाब रही है। हम हालात बिगाड़ने व स्थानीय युवकों को आतंकवाद के रास्ते पर धकेलने में जुटे तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं।
सोमवार को डॉ. वैद ने कहा कि साइबर अथवा की-पैड जिहादी बीते कुछ समय के दौरान बड़ी सिरदर्द और चुनौती बनकर सामने आए हैं। यह अफवाहों और झूठी खबरों के सहारे न सिर्फ रियासत में सुधरते हालात को बिगाड़ने में जुटे हुए हैं बल्कि सोशल मीडिया पर विभिन्न मंचों का इस्तेमाल कर स्थानीय नौजवानों में विशेषकर छात्रों में जिहादी और राष्ट्रविरोधी मानसिकता को बढ़ावा दे रहे हैं।
हमने सोशल मीडिया पर सक्रिय इन तत्वों के खिलाफ अभियान चला रखा है। बड़ी हद तक हमने इनके खिलाफ कामयाबी हासिल कर ली है। कई ट्वीटर हैंडल और फेसबुक जिहादियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मेरा कश्मीरी नौजवानों से आग्रह है कि वह सोशल मीडिया पर ऐसे तत्वों के दुष्प्रचार से पूरी तरह सावधान रहें। वादी में आइएसआइएस और अल-कायदा के गजवा ए अंसार उल हिंद के बारे में उन्होंने कहा कि लश्कर हो, जैश हो हिज्ब हो या अल कायदा या फिर आइएसआइएस, सभी आतंकी संगठन ही हैं। सभी आतंकियों के साथ एक जैसे तरीके से ही निपट रहे हैं।
हम इन आतंकी संगठनों से आम लोगों केा निजात दिलाने और कश्मीर में अमन बहाली के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।श्रद्धालुओं को चिंता करने की जरूरत नहीं श्री अमरनाथ की वाíषक तीर्थयात्रा के दौरान आतंकी हमले के खतरे के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इत्मिनान रखिए,सभी सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की ¨चता करने की जरूरत नहीं है। वह बेखौफ होकर तीर्थयात्रा पर आएं। सभी सुरक्षा एजेंसियों ने यात्रा के दौरान यहां सुरक्षा और विश्वास का वातावरण बनाए रखने का पूरा प्रबंध किया है। श्रद्धालुओं को भी सुरक्षाबलों का सहयोग करना चाहिए। रमजान संघर्ष विराम की समाप्ति पर उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस की जिम्मेदारी यहां शांति, कानून व्यवस्था और सुरक्षा का वातावरण बनाए रखना है और हम अपनी इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाते आए हैं और निभाते रहेंगे।