रियासी जिला कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग से पहली सुनवाई
रियासी जिला कोर्ट के प्रिसिपल सेशन जज कमलेश पंडित ने वीरवार को वीडियो कांफ्रेंसिग से केसों की सुनवाई की।
जेएनएफ, जम्मू : रियासी जिला कोर्ट के प्रिसिपल सेशन जज कमलेश पंडित ने वीरवार को वीडियो कांफ्रेंसिग से केसों की सुनवाई की। इसके लिए ई-कोर्ट तकनीकी स्टाफ ने आवश्यक उपकरण स्थापित कर जेलों से लाइन जोड़ी थी। रियासी जिला कोर्ट में ऊधमपुर व जम्मू जिला जेल में बंद अंडर ट्रायल कैदियों के रिमांड पर वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये सुनवाई हुई।
केसों के लगातार लंबित रहने का एक मुख्य कारण यह भी था कि निर्धारित तारीख पर जेलों में बंद कैदियों को कोर्ट में पेश नहीं किया जाता था। जेल प्रबंधन के पास कैदियों को कोर्ट भेजने व लाने के लिए पुलिस कर्मी उपलब्ध नहीं रहते थे। हालांकि, पुलिस विभाग की कैदियों को कोर्ट तक ले जाने व वापस लाने की ड्यूटी है, लेकिन प्राथमिकता में शामिल नहीं है। इससे जेलों में कैदियों की संख्या भी लगातार बढ़ती गई और लंबित मामले भी बढ़ते गए।
पुलिस का तर्क होता था कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखने, अपराध पर अंकुश लगाने तथा वीआइपी सुरक्षा के अलावा अन्य बंदोबस्त में व्यस्त रहते हैं। लिहाजा तय समय पर कई बार पुलिसकर्मी उपलब्ध नहीं रहते। न्यायपालिका काफी समय से इस चुनौती से निपटने का प्रयास कर रही थी और अब तकनीक का इस्तेमाल करते हुए वीडियो कांफ्रेंसिग से केसों की सुनवाई शुरू हुई है। जम्मू-कश्मीर में पिछले साल यह व्यवस्था लागू हुई थी और अभी तक जम्मू व श्रीनगर के अलावा कुछ अन्य चुनिदा कोर्ट में ही वीडियो कांफ्रेंस से केसों की सुनवाई हो रही है।