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कश्मीरी पंडितों की सम्मानजनक घाटी वापसी राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनौती: मीर

कश्मीरी पंडित भाइयों का आपसी भाईचारा राज्य की मिली जुली संस्कृति के लिए अहम है। तब तक कश्मीरी संस्कृति अधूरी है जब तक कश्मीरी पंडितों की घाटी वापसी नहीं हो जाती है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 24 Dec 2018 11:13 AM (IST)Updated: Mon, 24 Dec 2018 11:13 AM (IST)
कश्मीरी पंडितों की सम्मानजनक घाटी वापसी राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनौती: मीर

जम्मू, राज्य ब्यूरो। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान जीए मीर ने कहा कि कश्मीरी पंडितों की घाटी वापसी और पुनर्वास के बिना कश्मीर और कश्मीरियत अधूरी है। कश्मीर में एक सुरक्षित वातावरण कायम होना चाहिए जिसमें कश्मीरी विस्थापित पंडित अपने घरों की सम्मानजनक वापसी करें। पार्टी की माईग्रेंट सैल की बैठक को संबोधित करते हुए मीर ने कहा कि कश्मीरी विस्थापित पंडितों के लिए कश्मीर में ऐसा सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए जिसमें वे महसूस करें कि उनके जानमाल की रक्षा हो रही है और धार्मिक अधिकार भी सुरक्षित है।

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कश्मीरी पंडितों का कश्मीर से पलायन धर्मनिरपेक्ष परम्परा पर धब्बा है। कश्मीरी विस्थापित पंडितों की वापसी सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनौती ही नहीं बल्कि देश में धर्मनिरपेक्ष मूल्यों पर विश्वास करने वालों के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं है। कश्मीरी पंडित भाइयों का आपसी भाईचारा राज्य की मिली जुली संस्कृति के लिए अहम है। तब तक कश्मीरी संस्कृति अधूरी है जब तक कश्मीरी पंडितों की घाटी वापसी नहीं हो जाती है। मीर ने उम्मीद जताई कि कश्मीरी पंडित कांग्रेस को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगी। जम्मू कश्मीर में ही नहीं बल्कि देश में कांग्रेस के लिए कश्मीरी पंडितों की भूमिका अहम रही है। उन्होंने पूर्व यूपीए सरकार की तरफ से कश्मीरी विस्थापितों के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी।

पूर्व मंत्री रमन भल्ला ने कहा कि कश्मीरी पंडित समुदाय ने हमेशा ही कांग्रेस को सहयोग दिया है। पूर्व पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार ने कश्मीरी पंडितों को गुमराह किया ओर झूठे वायदे किए। जो लोग धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे है, उनसे सावधान रहने की जरूरत है। नफरत और फूट डालने वाली ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है। पूर्व मंत्री मुलाराम ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही कश्मीरी पंडितों के मसलों के समाधान के लिए कदम उठाए है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के माईग्रेंट सैल के चेयरमैन हीरा लाल पंडिता ने कश्मीरी विस्थापित पंडितों को पेश आने वाली समस्याओं को उजागर किया। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि कांग्रेस को पूरा सहयोग दिया जाए।  


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