केंद्रीय पर्यटन मंत्री- जम्मू- कश्मीर बेहतर समन्वय से पटरी पर लाया जाएगा पर्यटन
देश में पाबंदियों को कम किए जाने से पर्यटन को बढ़ावा देने में मिलेगा सहयोग जम्मू- कश्मीर बेहतर समन्वय से पटरी पर लाया जाएगा पर्यटन जल्द श्री माता वैष्णो देवी से लेकर कश्मीर तक पर्यटकों को ले जाने के लिए टूरिस्ट सर्किट को हरकत में लाया जाएगा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि कोरोना महामारी से प्रभावित पर्यटन को केंद्र सरकार और जम्मू कश्मीर प्रशासन में बेहतर समन्वय से पटरी पर लाया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अनलॉक पांच के बाद देश में पाबंदियों को कम किए जाने से पर्यटन को बढ़ावा देने में सहयोग मिलेगा।
ऐसे में राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों की जिम्मेदारी बनती है कि कोरोना के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए होटलों, सार्वजनिक स्थलों, राष्ट्रीय राजमार्गाें पर ऐसी व्यवस्था बनाएं, जिससे पर्यटकों को यात्रा करने, ठहरने में परेशानियों का सामना न करना पड़े। इसके साथ यातायात को सरल बनाने के लिए पर्यटकों को आने के लिए ऑफर भी दिए जाएं। पर्यटन मंत्री वर्चुअल बैठक के जरिए राज्यों के पर्यटन मंत्रियों व केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों से पर्यटन को बढ़ावा देने के मुद्दे पर विचार विमर्श कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कोरोना से उपजे हालात ने पूरे विश्व में पर्यटन को प्रभावित किया है। अब देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उचित कार्रवाई की जरूरत है। वर्चुअल बैठक में उपराज्यपाल के सलाहकार बसीर अहमद खान व पर्यटन विभाग के सचिव सरमद हफीज ने हिस्सा लिया।
उपराज्यपाल के सलाहकार ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री को बताया कि जम्मू कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। पर्यटन की जम्मू कश्मीर के जीडीपी में 7-8 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। पर्यटन आसानी से आएं, इसके लिए होटल उद्योग को प्रशिक्षण देने, जागरूक बनाने के लिए साथी मुहिम की शुरुआत की गई है। इसके साथ धार्मिक पर्यटन भी सुचारु है। जल्द श्री माता वैष्णो देवी से लेकर कश्मीर तक पर्यटकों को ले जाने के लिए टूरिस्ट सर्किट को हरकत में लाया जाएगा।
बसीर खान ने बताया कि वर्ष 2020 की सर्दियों में खेलो इंडिया के तहत जम्मू कश्मीर में होने वाले ¨वटर गेम्स से भी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उम्मीद है कि इसमें काफी पर्यटक आएंगे। ऐसे में केंद्र सरकार सर्दियों के महीनों में विमान के किरायों पर नियंत्रण रखने के साथ अतिरिक्त उड़ानों की भी व्यवस्था करें। सर्दियों में बर्फबारी से सड़कें बंद हो जाती हैं। ऐसे में पर्यटकों को विमान से लाने की दिशा में सहयोग दिया जाए।