केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने कहा-जम्मू-श्रीनगर रेल लाइन-हाइवे पर युद्ध स्तर पर चल रहा काम
उद्योग मंत्री ने कहा कि दूरदर्शन पर इस समय 32 चैनल शिक्षा संबंधी ही हैं। इनमें से 12 चैनलों को हमने पहली से बारहवीं कक्षा के लिए समर्पित किया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू-श्रीनगर यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए ही कटरा-बनिहाल रेलवे लाइन को युद्ध स्तर पर पूरा किया जा रहा है। हाइवे पर भी विभिन्न जगहों पर वाहनों की आवाजाही के लिए सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। यह जानकारी पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन मंत्री, सूचना और प्रसारण, भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री प्रकाश जावेडकर ने दैनिक जागरण द्वारा आयोजित एक वर्चुअल राउंड टेबल कांफ्रेंस में भाग लेते हुए दी।
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-44 को कश्मीर घाटी की जीवन रेखा भी कहते हैं। घाटी में जम्मू व देश के अन्य भागों से जोड़ने वाला यही एक प्रमुख सड़क संपर्क है। इस पर वाहनों का दबाव लगातार बढ़ रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन-बनिहाल सेक्शन भौगोलिक रुप से अत्यंत संवेदनशील है। निर्माण कार्याें के चलते पेड़ों का लगातार कटाव जारी है। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहाड़ लगातार खिसक रहे हैं, जो अकसर जानलेवा दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।यह मामला एनजीटी में भी पहुंचा है।
जम्मू-श्रीनगर हाइवे की मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर लगातार होने वाले भूस्खलन के कारण काफी दिक्कतें आती हैं। इसका संज्ञान लेते हुए ही हाइवे पर कई जगहों पर वाहनों की आवाजाही के लिए सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है।
कटड़ा-बनिहाल रेलवे लाइन पर काम तेजी से चल रहा: कटड़ा तक रेल पहुंच चुकी है। बनिहाल से बारामुला तक रेल चल रही है। कटड़ा से बनिहाल तक रेलवे लाइन के काम को तेजी से पूरा किया जा रहा है। जब यह सभी परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी तो हाइवे पर हादसों का मूल कारण भी समाप्त हो जाएगा। हम जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर यात्रा को सुरक्षित व सुगम बनाए रखने के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में प्रकृति संतुललन बनाए रखने का भी हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए प्रयास किए जा रहे: केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश के विकास के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने कहा कि उपराज्यपाल जीसी मुर्मू प्रदेश की बेहतरी के लिए पूरी मेहनत के साथ काम कर रहे हैं। उन्हें जम्मू-कश्मीर के समग्र विकास के लिए केंद्र की तरफ से हर संभव सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है।
विकास हो पर प्रदूषण न हो, ऐसा असंभव: जम्मू-कश्मीर के पर्यावरण संरक्षण के लिए समुचित कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन विकास हो पर प्रदूषण न हो, ऐसा नहीं हो सकता। वाहन चलेंगे तो प्रदूषण पैदा होगा। उद्योग धंधे चलेंगे तो भी पर्यावरण में प्रदूषण होगा। देश में करीब चार हजार उद्योगों को रेड कैटेगरी में रखा है। उद्योगों को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों का पालन करना होगा। ई-कचरे के निष्पादन पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके लिए नियमों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। हमने नियम बनाया है कि जो भी कंपनी इलेक्ट्रानिक सामान बना और बेच रही है, वही उसके कचरे को भी खरीदेगी।
जल्द स्कूल खुलेंगे-नियम बनाए जा रहे: कोविड-19 लाकडाउन के बीच ऑनलाइन शिक्षा संबंधी मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर उद्योग मंत्री ने कहा कि दूरदर्शन पर इस समय 32 चैनल शिक्षा संबंधी ही हैं। इनमें से 12 चैनलों को हमने पहली से बारहवीं कक्षा के लिए समर्पित किया है। सीबीएसई व राज्य स्कूल शिक्षा बोर्डों का पाठयक्रम अलग-अलग हो सकता है, लेकिन संदर्भ और विषय एक समान ही रहते हैं। जल्द ही स्कूल भी खुलेंगे। इस सिलसिले में नियम बनाए जा रहे हैं। अाधे छात्र एक दिन आएंगे और अाधे अगले दिन।