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Jammu Kashmir: घर वापसी के लिए बेंगलुरू व गोवा से चलीं दो ट्रेनें, रेल किराया दिए बिना घर लौटेंगे यात्री

करीब डेढ़ माह से घर वापसी की राह तक रहे 2200 जम्मू कश्मीर वासी दोपहर को बेंगलुरू व शाम को गोवा रेलवे स्टेशन से निकली ट्रेनों में उधमपुर के लिए निकले।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 11 May 2020 11:10 AM (IST)Updated: Mon, 11 May 2020 11:10 AM (IST)
Jammu Kashmir: घर वापसी के लिए बेंगलुरू व गोवा से चलीं दो ट्रेनें, रेल किराया दिए बिना घर लौटेंगे यात्री
Jammu Kashmir: घर वापसी के लिए बेंगलुरू व गोवा से चलीं दो ट्रेनें, रेल किराया दिए बिना घर लौटेंगे यात्री

जम्मू/ऊधमपुर, जेएनएन : बेंगलुरू, गोवा से रविवार को दो रेलगाड़ियों की रवानगी के साथ अन्य राज्यों में फंसे जम्मू कश्मीर के 50 हजार के करीब कामगारों, विद्यार्थियों को लाने की मुहिम शुरू हो गई। पहली ट्रेन कल मंगलवार को ऊधमपुर पहुंचने की संभावना है। इसके बाद बुधवार को भी फंसे लोगों को लेकर रेलगाड़ियां पहुंचेंगी। उधर सड़क मार्ग से लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से रविवार शाम तक 130 वाहनों से 1350 लोग जम्मू कश्मीर पहुंच चुके थे।

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गोवा से आ रही रेलगाड़ी कल मंगलवार सुबह पांच बजे और बेंगलुरु से आ रही रेलगाड़ी सुबह करीब आठ बजे ऊधमपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने की संभावना है। गत रविवार को बेंगलुरु से रवाना हुई रेलगाड़ी एक घंटे देरी से चली। इस गाड़ी को सुबह साढ़े 11 बजे चलना था, लेकिन यह दोपहर साढ़े बारह बजे रवाना हो पाई। रेलगाड़ी से लोगों की मूवमेंट के नोडल अधिकारी, आयुक्त सचिव मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि लॉकडाउन में फंसे लोगों को लाने की सारी तैयारियां कर ली गई हैं।

करीब डेढ़ माह से घर वापसी की राह तक रहे 2200 जम्मू कश्मीर वासी दोपहर को बेंगलुरू व शाम को गोवा रेलवे स्टेशन से निकली ट्रेनों में उधमपुर के लिए निकले। ऊधमपुर रेलवे स्टेशन इसके लिए तैयार हो रहा है और रेलवे स्टेशन को सैनिटाइज किया जा रहा है। साथ ही प्रत्येक व्यक्ति के यहीं सैंपल लिए जाएंगे और जांच के बाद ही अन्य जिलों में भेजा जाएगा।

बेंगलुरू से आ रही विशेष ट्रेन में विद्यार्थी भी हैं

प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने बताया कि बेंगलुरू से निकली रेलगाड़ी में काफी विद्यार्थी भी हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बीच अब तक सड़क मार्ग से 48 हजार लोग जम्मू कश्मीर लौट चुके हैं। उन्होंने बताया कि रविवार को मध्यप्रदेश के साथ कुछ अन्य जिलों से भी 385 विद्यार्थी बीस बसों में जम्मू कश्मीर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि लोगों को रेलागाड़ियों, विमानों व बसों से लाने की लिए अब पूरी तैयारी है। इसी बीच रेल मंत्रलय ने बीस दिन में देश के विभिन्न प्रदेशों से पचास के करीब रेलगाड़ियों में 50 हजार के करीब लोगों को लाने की तैयारी की है। रेल से लौटने के लिए लोगों के पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है। शनिवार को मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने ऊधमपुर का दौर कर इस संबंध में की गई तैयारियों का जायजा लिया था। डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर रेल मंत्रलय ने देश में हर रोज 300 श्रमिक स्पेशल रेलागाड़ियां चलाने की तैयारी की है। लॉकडाउन में फंसे लाखों लोगों को उनके गृह क्षेत्रों तक पहुंचाया जाएगा। ऐसे में संयम बरतने की जरूरत है।

सैंपल लेने की यह रहेगी व्यवस्था

  • अन्य राज्यों में फंसे विद्यार्थियों, श्रमिकों आदि को वापस बसों और ट्रेनों से ऊधमपुर लाया जा रहा है। ऐसे में सरकार ने तय किया है कि बाहर से आने वाले बिना जांच के घर नहीं भेजे जाएंगे। सभी जिलों में सैंपल लेने की व्यवस्था बनाई है।
  • जम्मू, सांबा, कठुआ के लोगों को जम्मू में भेजा जाएगा। उनके सैंपल भी जम्मू में लिए जाएंगे। सैंपल लेने के बाद उन्हें प्रशासनिक क्वारंटाइन में भेज दिया जाएगा।
  • डोडा और किश्तवाड़ के लोगों को डोडा में भेजा जाएगा। सैंपल लेने के बाद उन्हें अपने-अपने जिलों में प्रशासनिक क्वारंटाइन में रखा जाएगा।
  • रियासी, राजौरी और पुंछ के लोगों को उनके जिलों में भेजा जाएगा। उनके सैंपल उनके गृह जिलों में लिए जाएंगे।
  • रामबन और ऊधमपुर जिले के लोगों को ऊधमपुर में रखा जाएगा। ऊधमपुर में इनके सैंपल लेकर फिर रामबन वालों को उनके जिलों में भेजा जाएगा।
  • कुलगाम और अनतंनाग के लोगों के सैंपल भी ऊधमपुर में ही लिए जाएंगे।
  • कुपवाड़ा, बडगाम और श्रीनगर के लोगों के सैंपल ऊधमपुर में ही लिए जाएंगे।
  • कश्मीर के अन्य जिलों के लोगों को उनके जिलों में भेजा जाएगा।

यह है नियमः सड़क मार्ग से जम्मू कश्मीर पहुंचने वाले लोगों का लखनपुर बार्डर पर कोरोना सैंपल लिया जाता है और रिपोर्ट आने तक उन्हें पास के जिलों में रखा जाता है। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें गृह जिलों में भेजा जाता है और वहां क्वारंटाइन किया जाता है। इसके मद्देनजर जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अब कोरोना से जांच की गति तेज कर दी है। करीब 4500 लोगों के टेस्ट करने की क्षमता है। इसे बढ़ाया जा रहा है।

जामिया ने 22 छात्रों को घर भेजाः जामिया मिल्लिया इस्लामिया प्रशासन ने रविवार को जम्मू कश्मीर के 22 छात्रों को उनके घर बस से रवाना कर दिया है। यह सभी छात्र विश्वविद्यालय के छात्र है। रविवार को छात्रों को भेजने के लिए जामिया प्रशासन ने जम्मू व कश्मीर के रेजिडेंट कमिश्नर से पहले बातचीत की थी और उन्हें इसकी अनुमति मिल गई थी। बस में जामिया के दो सुरक्षाकर्मी भी साथ में गए हैं।


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