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रोहिंग्याओं पर नजर रखने के लिए बनेंगे दो पुलिस स्टेशन

रोहिंग्या के आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने से एजेंसियां की नींद उड़ी है।ऐसे में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए नए पुलिस थाने बनेंंगे।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 13 Mar 2018 03:12 PM (IST)Updated: Tue, 13 Mar 2018 03:12 PM (IST)
रोहिंग्याओं पर नजर रखने के लिए बनेंगे दो पुलिस स्टेशन
रोहिंग्याओं पर नजर रखने के लिए बनेंगे दो पुलिस स्टेशन

जम्मू, दिनेश महाजन। जम्मू की आबादी दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। इसके साथ ही आपराधिक गतिविधियों के ग्राफ तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए नए पुलिस थाने बनाने की कवायद शुरू हो गई है। गृह मंत्रलय से मंजूरी मिलते ही दो नए पुलिस थानों का निर्माण किया जाएगा।

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भठिंडी पुलिस चौकी को थाने में तब्दील कर दिया जाएगा। वर्तमान में भठिंडी पुलिस चौकी त्रिकुटा नगर पुलिस थाने के अधीन है। सतवारी थाना क्षेत्र को दो हिस्सों में बांटा जाएगा। नरवाल से सटे इलाकों में म्यांमार से आए रोहिंग्या मुस्लिमों ने अवैध कॉलोनियां स्थापित कर ली हैं। भठिंडी से सटे इलाके में तेजी से कॉलोनियों का निर्माण हो रहा है। इन क्षेत्रों की आबादी बेतहाशा बढ़ रही है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने इन क्षेत्रों में समुदाय विशेष के लोगों की बढ़ती आबादी पर चिंता जताई है।

एजेंसियों के अनुसार वहां तेजी से बस रहे लोगों की आड़ में आतंकियों के मददगार ओवरग्राउंड वर्कर्स ठिकाने बनाने की फिराक में हैं। सुंजवां से सटे क्षेत्रों में अवैध कब्जे कर धड़ल्ले से कार्य जारी है। इन अवैध कॉलोनियों में रह रहे लोगों का न तो पुलिस के पास रिकॉर्ड है और न ही उन लोगों का सरकारी रिकॉर्ड है।10 से 50 हजार हुई भठिंडी की आबादी1केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए हैं।

एजेंसियों के अनुसार, भठिंडी इलाके में चार वर्ष पहले करीब 10 हजार आबादी थी, जो अब 50 हजार तक पहुंच गई है। इतनी अधिक संख्या में लोग भठिंडी में कहां से आए। इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। रोहिंग्याओं का भठिंडी मार्ग पर म्यांमार बाजार1नरवाल से भठिंडी की ओर जाने वाले मार्ग पर रोहिंग्या मुस्लिमों के ठहरने के लिए करैनी तालाब क्षेत्र में अस्थायी ढांचे तैयार किए गए थे, लेकिन अब यह ढांचे पक्की इमारतों में तब्दील हो गए हैं। रो¨हग्याओं का भठिंडी मार्ग पर म्यांमार बाजार है जिसमें रोहिंग्या व्यापार करते हैं। सरकार को इसकी पूरी जानकारी है, लेकिन रोहिंग्याओं के बढ़ते खतरे से सरकार ने आंखें मूंद रखी हैं।

मात्र 50 जवान हैं तैनात

वर्तमान में भठिंडी और उसके आसपास के क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मात्र एक पुलिस चौकी है, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर समेत स्थायी और अस्थायी 50 कर्मी तैनात हैं। भठिंडी की आबादी करीब 50 हजार पहुंच गई है, लेकिन वहां सुरक्षा के लिए सिर्फ 50 जवान तैनात हैं। थाने स्थापित होने से पुलिस कर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।

सुंजवां हमले में आतंकियों को मदद करने की आशंका

फरवरी में सैन्य छावनी सुंजवां में आतंकी हमला के दौरान जिस प्रकार रोहिंग्याओं की भूमिका होने की बात सामने आ रही है, उसने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। आशंका जताई जा रही है कि शिविर पर हमला करने आए आतंकियों की रोहिंग्याओं ने मदद की है। रोहिंग्या जिस प्रकार आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं, उससे एजेंसियां की नींद उड़ी हुई है। 


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