Jammu : पुंछ जिले के जंगल में मुठभेड़ स्थल से दो आइईडी बरामद, सुरक्षा बलों ने किया निष्क्रिय
आतंकियों ने सुरक्षा बलों को टारगेट करते हुए आइईडी लगाई थी। संयोग रहा कि सुरक्षा बल के जवान उसकी चपेट में नहीं आए अन्यथा बड़ा नुकसान होता। यहां जंगल में छिपे आतंकियों के सफाए के लिए तीन हजार से ज्यादा जवान दिन-रात तलाशी में जुटे हुए हैं।
जम्मू, जेएनएन : पुंछ जिले के जंगल में मुठभेड़ स्थल भाटाधुरियां में सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को दो आइईडी को बरामद कर उसे निष्किय कर दिया। यह सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता है। आतंकियों ने सुरक्षा बलों को टारगेट करते हुए आइईडी लगाई थी। संयोग रहा कि सुरक्षा बल के जवान उसकी चपेट में नहीं आए, अन्यथा बड़ा नुकसान होता। यहां जंगल में छिपे आतंकियों के सफाए के लिए तीन हजार से ज्यादा जवान दिन-रात तलाशी में जुटे हुए हैं।
ज्ञात रहे कि पुंछ जिले के जंगलों में आतंकियों के खिलाफ बड़ा सैन्य आपरेशन बारह दिन से चल रहा है। जिले में पिछले 13 साल में यह अब तक का सबसे लंबा आपरेशन है। इससे पहले उपजिला मेंढर के भाटाधार जंगल में वर्ष 2008 को सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के बाद लगभग 15 दिन तक आपरेशन चला था। इसमें सेना के चार जवान शहीद हुए थे, लेकिन उस समय कोई आतंकी नहीं मारा गया था। इस बार भी जंगल में अब तक चार बार मुठभेड़ हो चुकी हैं। नौ जवान बलिदान हो चुके हैं। पांच जवान चमरेड़ और चार भाटाधुलियां के जंगल में बलिदान हुए हैं।
उसके बाद सुरक्षा एजेंसियां आक्रामक मूड में हैं। पुंछ के चरमेड और भाटाधुलियां के जंगलों में छिपे आतंकियों को मार गिराने के लिए सेना और अन्य सुरक्षाबलों ने पूरी ताक झोंक रखी है। पैरा कमांडो भी उतारे गए और हेलीकाप्टर से भी निगरानी की जा रही है। जंगल बेहद घना होने के कारण आपरेशन में समय लग रहा है। पुंछ में भाटाधुलियां जंगल के बाहरी इलाके को घेरकर जवान अंदर घुस रहे हैं। 46 घंटों बाद सुरक्षाबलों और आतंकवादियोें के बीच फिर गोलीबारी जारी होने की खबर है। इस बीच पुंछ जिले के जंगल में मुठभेड़ स्थल पर आतंकियों द्वारा लगाए गए दो आइईडी बरामद हुए। उसे सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया गया।