Jammu: दो भाई कर रहे सरहद पर देश भक्तों की फौज तैयार, अब तक 600 युवा सेना में हो चुके हैं भर्ती
सरकारी शिक्षक वरुण से बात की। फिर क्या था दोनों ने अपनी माटी के नौजवानों का भविष्य उज्ज्वल करने की ठान ली। युवाओं को इकट्ठा किया और रवि ने शारीरिक रूप से उन्हें फिट बनाने का जिम्मा संभाला। बेल्ट फोर्स में लिखित परीक्षा पास करवाने में वरुण जुट गए।
जम्मू, अवधेश चौहान: सरहदी इलाकों में दो भाई देशभक्तों की फौज तैयार कर रहे हैं। एक भाई सेना से सेवानिवृत्त होकर युवाओं को फिट कर रहा तो दूसरा सरकारी शिक्षक उन्हें लिखित परीक्षा की तैयारी करवाता है। मकसद है युवाओं को नशे के गर्त से बाहर कर उनमें देश के प्रति जोश और जज्बा भरना है। दोनों भाइयों की मेहनत रंग भी लाई है। उनसे प्रशिक्षित 600 से अधिक युवा आज सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती हो चुके हैं।
वर्ष 2017 में 40 वर्षीय रवि कुमार सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद अपने आरएसपुरा के सतौली गांव आ गए। यहां देखा तो कई युवा नशे की लत के शिकार थे। सोचा क्यों न उनके भविष्य को संवारा जाए। गांव में बात कर पता चला कि उनमें देशभक्ति तो हिलोरे मार रही है, लेकिन भर्ती में वे नाकाम हो जाते हैं। इनमें कई युवा सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ में भर्ती होने के लिए एजेंटों के चक्कर में फंस कर पैसा बर्बाद कर टूट चुके थे। छोटे भाई सरकारी शिक्षक वरुण से बात की। फिर क्या था दोनों ने अपनी माटी के नौजवानों का भविष्य उज्ज्वल करने की ठान ली। युवाओं को इकट्ठा किया और रवि ने शारीरिक रूप से उन्हें फिट बनाने का जिम्मा संभाला। बेल्ट फोर्स में लिखित परीक्षा पास करवाने में वरुण जुट गए।
कड़ाके की ठंड में कसरत : सेना में भर्ती से पहले अनिवार्य 1600 मीटर दौड़ को 5.40 मिनट में पूरा करने के लिए युवाओं को स्कूल मैदान में तड़के ही दौड़ाया जाता है। उनका शारीरिक क्षमता बढ़ाई। गांव से लगते बडियाल ब्राह्मणा के साथ तवी नदी किनारे रेत में भी दौड़ाया। छाती चौड़ी करने से लेकर अन्य कसरत दिसंबर की कड़कड़ाती ठंड में शुरू हो जाती है। अभी उनके पास 100 युवा हैं। रवि कहते हैं कि अभी तक 5000 युवाओं को प्रशिक्षण दे चुका हूं जिनमें 600 युवा सेना, बीएसएफ, सीआपीएफ और पुलिस में भर्ती हुए हैं।
हर विषय में किया जाता मजबूत : वरुण कुमार आरएसपुरा कस्बे में युवाओं को लिखित परीक्षा की तैयारी करवाते हैं। गणित, अंग्रेजी, रीजनिंग और सामान्य ज्ञान के बारे में पढ़ाया जा रहा है। सभी विषयों में उन्हें मजबूत किया जाता है। कई बार टेस्ट लिए जाते हैं। बीते दिनों बीएएसएफ में उनके मोटीवेट ग्रुप से चल रही ट्रेनिंग में से 20 युवा बीएसएफ में भर्ती हो गए। ऊधमपुर से कुछ बच्चों ने ट्रेनिंग की इच्छा जताई है। आरएसपुरा बार्डर के साथ लगते गांव बडियाल ब्राह्मणा, चकरोई, चौहाला, सुचेतगढ़, फ्लौरा, दबलैड़, कुल्लियां, कदियाल, बाडिय़ां, सतराइयां, कपूरपुर, मौखे, कुशालपुर, फ्लौर, रंगपुर, रंगपुर सदरे, आगरा चक्क आदि के युवा प्रशिक्षण ले रहे हैं।