कश्मीर में राष्ट्रविरोधी तत्वों के पथराव में बिजबेहाड़ा के ट्रक चालक की मौत, दो गिरफ्तार
घायल ट्रक चालक को जब अस्पताल ले जाया जा रहा था उसी दौरान उसने जख्मों का ताव न सहते हुए रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में लगातार बहाल हो रही सामान्य स्थिति से हताश राष्ट्रविरोधी तत्वों के पथराप में बीती रात दक्षिण कश्मीर में एक निर्दाेष ट्रक चालक की जान चली गई है। पथराव में दो अन्य लोग भी गंभीर रुप से घायल हो गए। पुलिस ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच, बल प्रयोग कर राष्ट्रविरोधी तत्वों को खदेड़ा। सोमवार सुबह पुलिस ने अनंतनाग क्षेत्र में अचानक छापामारी कर पथराव में शामिल दो युवाओं को हिरासत में लिया है। यही नहीं पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए छह अन्य स्थानीय लोगों को भी थाने में बुलाया है। वादी में बीते 22 दिनों में शरारती तत्वों के पथराव में किसी स्थानीय नागरिक की मौत का यह पहला मामला है।
अनंतनाग से मिली जानकारी के अनुसार, बीती रात बिजबेहाड़ा में एक स्थानीय ट्रक चालक नूर मोहम्मद अपने ट्रक में सप्लाई लेकर निकल रहा था। रास्ते में अचानक राष्ट्रविरोधी तत्वों ने उसके ट्रक को चारों तरफ से घेरते हुए पथराव शुरु कर दिया। एक पत्थर कथित तौर पर ट्रक के कांच को तोड़ते हुए उसके सिर में लगा। उसके साथ ट्रक में सवार दो अन्य लोग भी कथित तौर पर जख्मी हुए हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि जख्मी ट्रक चालक को शरारती तत्वों ने पीटा भी था।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसने बल प्रयोग कर हिंसक तत्वों को वहां से खदेड़ते हुए घायल ट्रक चालक व अन्य लोगों को वहां से निकाला। घायल ट्रक चालक को जब अस्पताल ले जाया जा रहा था, उसी दौरान उसने जख्मों का ताव न सहते हुए रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अस्पताल में डाक्टरों ने उसे मृृत लाया घोषित कर दिया। हालांकि अन्य घायलों का वहां इलाज चल रहा है। दिवंगत ट्रक चालक जिला अनंतनाग में उरनहाल गांव का रहने वाला है। आवश्यक कानूनी अौपचारिकताओं और पोस्टमार्टम के बाद ट्रक चालक का शव उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिस समय ट्रक चालक पर पथराव आैर पुलिस मौके पर पहुंची तो उस दौरान दो युवकों को पहचान लिया गया था। सोमवार को उन्हीं दो युवकों को हिरासत में लिया गया। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है कि आखिरकार उनका ट्रक चालक पर पथराव करने का क्या मकसद था। यही नहीं पुलिस ने अन्य कुछ स्थानीय लोगों को भी पूछताछ के लिए थाने बुलाया था, जिनसे ये पता चला कि ये दोनों युवक इससे पहले किसी आपराधिक घटना में शामिल नहीं रहे हैं। दरअसल युवाआें ने समझा कि यह ट्रक सुरक्षाकर्मियों का है। इसी गलतफहमी में पत्थरबाजों ने उस पर हमला बोल दिया।
गौरतलब है कि पांच अगस्त को केंद्र ने जम्मू-कश्मीर की संवैधानिक स्थिति में बदलाव करते हुए इसे दो केंद्र शासित राज्यों में विभाजित कर दिया है। इससे कश्मीर घाटी में कई जगह पैदा हुए तनाव को देखते हुए प्रशासन ने एहतियातन प्रशासनिक पाबंदियां लगाई। राष्ट्रविरोधी तत्वों ने इस दौरान हालात बिगाड़ने का हर संभव प्रयास किया। आम लोग उनके बहकावे में नहीं आए और वादी में सामान्य जिंदगी धीरे धीरे पटरी पर लौटने लगी है। इससे हताश राष्ट्रविरोधी तत्वों ने आम लोगों को निशाना बनाना शुरु कर दिया है। कई जगह वह जबरन दुकानें बंद कराने के लिए दुकानदारों से मारपीट कर रहे हैं तो कई जगहों पर उन्होंने सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों को तोड़ना शुरु़ कर दिया है।