अब ट्रेन से घर वापसी शुरू, बेंगलुरू और गोवा से जम्मू कश्मीर के लिए निकली दो ट्रेनें
बेंगलुरू गोवा से रविवार को दो रेलगाड़ियों की रवानगी के साथ अन्य राज्यों में फंसे जम्मू कश्मीर के 50 हजार के करीब कामगारों विद्यार्थियों को लाने की मुहिम शुरू हो गई।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : बेंगलुरू, गोवा से रविवार को दो रेलगाड़ियों की रवानगी के साथ अन्य राज्यों में फंसे जम्मू कश्मीर के 50 हजार के करीब कामगारों, विद्यार्थियों को लाने की मुहिम शुरू हो गई। पहली ट्रेन मंगलवार को ऊधमपुर पहुंचने की संभावना है। इसके बाद मंगलवार व बुधवार को भी फंसे लोगों को लेकर रेलगाड़ियां पहुंचेंगी। उधर सड़क मार्ग से लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से रविवार शाम तक 130 वाहनों से 1350 लोग जम्मू कश्मीर पहुंच चुके थे।
करीब डेढ़ माह से घर वापसी की राह तक रहे 2200 जम्मू कश्मीर वासी दोपहर को बेंगलुरू व शाम को गोवा रेलवे स्टेशन से निकली ट्रेनों में उधमपुर के लिए निकले। ऊधमपुर रेलवे स्टेशन इसके लिए तैयार हो रहा है और रेलवे स्टेशन को सैनिटाइज किया जा रहा है। साथ ही प्रत्येक व्यक्ति के यहीं सैंपल लिए जाएंगे और जांच के बाद ही अन्य जिलों में भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने बताया कि बेंगलुरू से निकली रेलगाड़ी में काफी विद्यार्थी भी हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बीच अब तक सड़क मार्ग से 48 हजार लोग जम्मू कश्मीर लौट चुके हैं। उन्होंने बताया कि रविवार को मध्यप्रदेश के साथ कुछ अन्य जिलों से भी 385 विद्यार्थी बीस बसों में जम्मू कश्मीर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि लोगों को रेलागाड़ियों, विमानों व बसों से लाने की लिए अब पूरी तैयारी है।
इसी बीच रेल मंत्रालय ने बीस दिन में देश के विभिन्न प्रदेशों से पचास के करीब रेलगाड़ियों में 50 हजार के करीब लोगों को लाने की तैयारी की है। रेल से लौटने के लिए लोगों के पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है। शनिवार को मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्माण्यम ने ऊधमपुर का दौर कर इस संबंध में की गई तैयारियों का जायजा लिया था।
डा. जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर रेल मंत्रालय ने देश में हर रोज 300 श्रमिक स्पेशल रेलागाड़ियां चलाने की तैयारी की है। लॉकडाउन में फंसे लाखों लोगों को उनके गृह क्षेत्रों तक पहुंचाया जाएगा। ऐसे में संयम बरतने की जरूरत है।
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यह है नियम
सड़क मार्ग से जम्मू कश्मीर पहुंचने वाले लोगों का लखनपुर बार्डर पर कोरोना सैंपल लिया जाता है और रिपोर्ट आने तक उन्हें पास के जिलों में रखा जाता है। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें गृह जिलों में भेजा जाता है और वहां क्वारंटाइन किया जाता है। इसके मद्देनजर जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अब कोरोना से जांच की गति तेज कर दी है। करीब 4500 लोगों के टेस्ट करने की क्षमता है। इसे बढ़ाया जा रहा है।