Militancy in Kashmir: शोपियां मदरसे के तीन अध्यापकों को पीएसए के तहत बंदी बनाया
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि यह मदरसा जमात-ए-इस्लामी से जुड़ा हुआ है। इसके कुछ छात्र आतंकी और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं। इसके तीन अध्यापकों अब्दुल अहद बट रौऊफ अहमद बट और मोहम्मद युसूफ वानी को जन सुरक्षा अधिनियम के तहत बंदी बनाया गया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में जिहादियों के स्कूल के रुप में उभर रहे शाेपियां स्थित जामिया सिराज-उल-उलूम मदरसे के तीन अध्यापकों को पुलिस ने जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत बंदी बनाया है। सिराज-उल-उलूम कश्मीर के बड़े मदरसों में एक गिना जाता है। यह बीते तीन साल से अकसर हिंसक घटनाओं और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के सिलसिले में किसी न किसी तरीके से सुर्खियां बटोरता आया है।
बीते कुछ सालों के दौरान दक्षिण कश्मीर में मारे गए आतंकियाेंं में से 13 इसी मदरसे की पैदावार थे। पुलवामा हमले में शामिल रहे सज्जाद बट ने भी यहीं से पढ़ाई की थी। अाइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि यह मदरसा जमात-ए-इस्लामी से जुड़ा हुआ है। इसके कुछ छात्र आतंकी और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं। इसके तीन अध्यापकों अब्दुल अहद बट, रौऊफ अहमद बट और मोहम्मद युसूफ वानी को जन सुरक्षा अधिनियम के तहत बंदी बनाया गया है।
मदरसे की सभी गतिविधियों की निगरानी की जा रही है। इससे संबधित कई लोगों की भी जांच पड़ताल हो रही है। पुलिस ने मदरसे में पढ़ाने वाले करीब छह अध्यापकाें की गतिविधियों को जांच रही है। अगर जरुरत पड़ी तो कुछ और लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, संबधित अधिकारियों ने बताया कि सिराज-उल-उलूस में कुलगाम, पुलवामा और अनतंनाग समेत पूरे प्रदेश से छात्र पढ़ने आते हैं। उत्तर प्रदेश, केरल और तेलंगाना के कई छात्र भी यहां दाखिला ले चुके हैं। सिर्फ सज्जाद बट ही नहीं इसी साल अगस्त में मारा गया अल-बदर का आतंकी जुबैर नेंगरु भी इसी मदरसे की पैदावार है। हिज्ब के मारे गए आतंकी नाजमीन डार और एजाज अहमद पाल भी यहीं से निकले हैं। गत दिनों जिहादी बनने वाला उत्तरी कश्मीर के बारामुला का एक युवक भी इसी संस्थान का छात्र है।