Mata Kali Mandir Reasi: तीन डोगरा रेजिमेंट ने बनवाया था कोटा झाड़ गुफा में माता काली मंदिर
मंदिर के पुजारी अजीत कुमार सुदन का कहना है माता के मंदिर में जो भी श्रद्धालु मन्नत मांगता है मां उसकी हर मुरादें पूरी करती हैं।
पौनी, जुगल मंगोत्रा। जिला रियासी के कोटा झाड़ की ऊंची पहाड़ी के माध्य स्थित माता काली गुफा एवं मंदिर के प्रति लोगों में जो श्रद्धा है, वह तीन डोगरा रेजिमेंट की देन है। गुफा में हर वर्ष लोहड़ी के आस-पास विशाल भंडारे का अयोजन किया जाता है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में हर समुदाय के लोग पहुंचते हैं। गुफा एवं मंदिर के प्रति क्षेत्र के लोगों में अपार श्रद्धा है।
करीब 60 वर्षो से अस्तित्व में आई माता की इस गुफा के अंदर बनी पवित्र ङ्क्षपडिय़ां, नाग-नागिन के जोड़े श्रद्धालुओं के लिए अपार श्रद्धा व आस्था का केंद्र बने हुए हैं। पहाड़ी पर स्थित माता की यह गुफा दस मीटर लंबी व इसके साथ काली माता का एक मंदिर अलग से बना हुआ है, जिसका निर्माण कार्य 60 वर्ष पहले सेना की 3 डोगरा रेजीमेंट द्वारा कराया गया था। कहते हैं कि वर्ष 1958-59 में पौनी में तैनात 3 डोगरा रेजीमेंट के ऑफिसर की रिवाल्वर गुम हो गई थी। काफी ढूंढने के बाद भी सैन्य अधिकारियों को उनकी खोई रिवाल्वर नहीं मिल पा रही थी, जिसके बाद सेना को क्षेत्र के किसी बुजुर्ग ने कोटा झाड़ में स्थित माता की गुफा के बारे में बताया।
अधिकारियों द्वारा गुफा में पहुंचकर माता के दर्शन किए और मन्नत मांगने के तीन दिनों बाद रेजीमेंट के सिपाही को खोई हुई रिवाल्वर पौनी में स्थित उनकी यूनिट के निकट झाडिय़ों से मिल गई, जिसके बाद डोगरा रेजीमेंट द्वारा इस स्थान पर माता के मंदिर का निर्माण किया गया। पहाड़ी पर बने माता के इस मंदिर की प्राकृतिक छटा व एकाकीपन में बैठकर श्रद्धालु घंटों पूजा व आराधना किया करते हैं। मंदिर के पुजारी अजीत कुमार सुदन का कहना है माता के मंदिर में जो भी श्रद्धालु मन्नत मांगता है मां उसकी हर मुरादें पूरी करती हैं। उन्होंने कहा मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा बीच-बीच में यज्ञ व भंडारों का आयोजन भी किया जाता है।
भंडारे में पहुंचेगे सैकड़ों श्रद्धालु
कोटा झाड़ पहाड़ी पर स्थित माता काली गुफा एवं मंदिर में चार दिवसीय भंडारे का आयोजन रविवार से हो गया। श्रद्धालुओं ने माता काली की पिंडियों के दर्शन और भजन-कीर्तन किए। यज्ञ के दूसरे दिन सोमवार सुबह रामायण पाठ शुरू होगा जो मंगलवार को संपन्न होगा। बुधवार सुबह आठ बजे कन्या व साधु पूजन होगा, जिसके बाद विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा।
शिव खोड़ी में भक्तों का भारी रश
आधार शिविर रनसू शिवखोड़ी में श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। सोमवार को बारिश के बावजूद भी श्रद्धालु बेफिक्र होकर भोले बाबा के दर्शन करने के लिए गुफा की ओर आगे बढ़े हैं। इस दौरान श्रद्धालुओं में भोले बाबा के दर्शन करने में काफी उत्साह दिखा। श्रद्धालु रेनकोट पहनकर पैदल एवं घोड़े पर सवार होकर भोले बाबा के दर्शन करने के लिए गुफा की ओर आगे बढ़ रहे थे। रनसू से दो किलोमीटर पहले बारिश के कारण सड़क पर हुई फिसलन व सड़क की खस्ता हालत होने के कारण श्रद्धालुओं को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए किए गए हैं विशेष प्रबंध
श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े, इसको लेकर बोर्ड प्रशासन की तरफ से व्यापक प्रबंध किए गए हैं। नववर्ष एवं मंगलवार से धाॢमक महीना शुरू होने पर गुफा में श्रद्धालुओं के लिए आरती में बैठने व रुद्राभिषेक की व्यवस्था भी की गई है। श्रद्धालु भोले बाबा के शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करने के बाद पूजा कर रहे हैं। पीडब्ल्यूडी की खराब सड़क के कारण श्रद्धालुओं को समस्या का सामना भी करना पड़ रहा है।