Jammu: इस बार भाइयों की कलाई पर सजेगी स्वदेशी राखी, जम्मू में खूब बिक रहे रेशम के बारीक धागे
कोरोना महामारी के बीच इन दिनों बाजार जाने से परहेज कर रही महिलाएं व युवतियां आनलाइन खरीद कर रही है आकर्षित राखियां खरीद रही हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता। भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार तीन अगस्त को मनाया जाएगा। शहर व गांव के बाजारों की दुकानों पर नई-नई वैरायटियों की आकर्षक राखियां सजकर तैयार हो गई हैं। इस बार पवित्र रिश्ते को स्वदेशी राखियों से ही मजबूती प्रदान की जाएगी।
बाजार में सजी दुकानों पर चीन की राखियां व अन्य आइटम इस बार नजर नहीं आ रहे हैं। पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर तनाव के बाद से ही स्थानीय बाजार में चीनी सामान के बहिष्कार का मुद्दा गरमाया हुआ है। इसका असर अब रक्षाबंधन की खरीदारी में भी दिख रहा है। लोग चीनी राखियां खरीदने को तैयार नहीं और लोगों की स्वदेशी राखियों की मांग को पूरा करने के लिए बाजार में रेशमी धागों की खूबसूरत राखियां लाई गई है।
बच्चों की कलाई पर सजाने के लिए इस बार बाजार में डोरेमॉन, छोटा भीम, टेडीबियर आदि कार्टून कैरेक्टर की राखियां तो उपलब्ध हैं लेकिन चीन से आने वाली इलेक्ट्रानिक राखियां बाजार में कम ही नजर आ रही है। जिन दुकानदारों के पास पिछले साल की ऐसी राखियां बची है, केवल वहीं इनकी बिक्री कर रहे हैं लेकिन इन्हें भी खरीदार नहीं मिल रहे। इसके अलावा बच्चों के लिए इस बार मोतियों वाली राखी, तस्वीर जड़ित राखियां भी बाजार में आई है।
10 से 200 रुपये तक में मिल रही है राखी
पुराने शहर के पक्का डंगा क्षेत्र व गांधी नगर के अप्सरा रोड पर राखी का बाजार सजा है। राखी के थोक विक्रेता पायल ट्रेडर्स के नवीन वोहरा के मुताबिक बाजार में इस वर्ष 10 रुपये से लेकर 200 रुपये तक की राखी उपलब्ध है। पिछले साल ही चीनी राखी की बिक्री 30 से 35 फीसद तक कम हुई थी। लेकिन इस बार बिल्कुल ही न के बराबर है। स्वदेशी राखियों की बिक्री बढ़ी है। इन राखियों में खासकर क्रिस्टल, कुंदन वाली राखियां विशेष रूप से शामिल हैं। सबसे अधिक मांग रेशमी धागे से बनी राखियों की है जो कीमत में भी बहुत कम है। रेशम के बारीक लाल-पीले धागे वाले रक्षासूत्र जिन्हें मोतियों से सजाया गया है, उनकी महिलाओं में सबसे अधिक मांग दिख रही है।
आनलाइन खरीद भी जोरों पर
कोरोना महामारी के बीच इन दिनों बाजार जाने से परहेज कर रही महिलाएं व युवतियां आनलाइन खरीद कर रही है। ई-कामर्स चूंकि जारी है और इस त्योहार के मद्देनजर कई आनलाइन पोर्टल पर आकर्षित राखियां उपलब्ध है। इस बार आनलाइन मार्केट में भी स्वदेशी राखियों का जोर है। हर प्लेटफार्म पर स्वदेशी राखियों की विशेष वैरायटी उपलब्ध कराई गई है जिनकी अच्छी-खासी बिक्री हो रही है।