22 वर्ष से खराब पड़ा है जलशक्ति विभाग का ट्यूबवेल
संवाद सहयोगी मीरां साहिब जलशक्ति विभाग की ओर से रतिया गांव में आधा दर्जन गांवों के लोगों
संवाद सहयोगी, मीरां साहिब : जलशक्ति विभाग की ओर से रतिया गांव में आधा दर्जन गांवों के लोगों
को स्वच्छ पानी मुहैया करवाने के लिए लगाया गया ट्यूबवेल पिछले 22 साल से खराब है। ऐसे में लोगों को पीने के पानी के लिए हैंडपंप पर निर्भर रहना पड़ रहा है। लोगों ने 22 वर्ष में अनगिनत बार जलशक्ति विभाग के अधिकारियों से ट्यूबवेल ठीक करने की मांग की, सेमांग करते हुए कहा कि खराब ट्यूबल को जल्द से जल्द ठीक करके उन्हें पानी मुहैया करवाया जाए।
इस संबंध में स्थानीय लोगों जनक राज राहुल कुमार, विजय कुमार, तिलकराज आदि का कहना है कि साल 1992 में ट्यूबल को स्थापित किया गया था। करीब 6 साल ही ठीक तरीके से चला उसके बाद से आज तक बंद पड़ा है। जमीन के नीचे बिछाई पाइप में भी ब्लॉक हो गई है। ऐसे में सरकार के करोड़ों रुपये पानी में ही डूब रहे हैं। लोगों ने कहा कि इस ट्यूबल से रतियां, टिडे कला लोअर, टिडे कला अपर, मक्खनपुर, सिबल मोड़ के लोगों को स्वच्छ पानी पीने पीने को मिलना था, जो अब संभव नहीं रहा। पीपल सेकुलर फोरम के प्रधान ुंदन शर्मा का कहना है कि आज भी ट्यूबवेल से पानी हासिल करने वाले लोग इस आसमें बैठे हैं कि कब ट्यूबल फिर से शुरू होगा और उन्हें पानी मिलेगा मगर अभी तक संबंधित विभाग ने इसे चालू करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है, जिसके चलते लोगों में रोष है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही ट्यूबल को ठीक कर लोगों को पानी की सप्लाई नहीं मिली तो फोरम के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएंगे। उधर, इस संबंध में पूछे जाने पर जल शक्ति विभाग के एईई सुखबीर सिंह ने बताया कि ट्यूबल की सप्लाई लाइन में कुछ तकनीकी खराबी आ जाने के कारण ट्यूबल बंद पड़ा हुआ है। विभाग के उच्च अधिकारियों को इस बारे में लिखा गया है और उसे फिर से चलाने के लिए नई स्कीम के तहत काम किया जा रहा है। जल्द ही ट्यूबल को ठीक करवा पानी की बहाली शुरू कर दी जाएगी।