Jammu :मासिक राहत राशि बढ़ोतरी न होने तक जारी रहेगा विस्थापित कश्मीरी पंडितों का आंदोलन
जगटी टेनेमेंट कमेटी के सदस्यों का कहना है कि यह महज आश्वासन है। सरकार की ओर से आदेश आना चाहिए। जगटी टेनेमेंट कमेटी के प्रधान शादी लाल पंडिता ने कहा कि वर्तमान में चार सदस्यीय विस्थापित कश्मीरी पंडित परिवार को 13 हजार रुपये की राहत हर माह मिल रही है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : विस्थापित कश्मीरी पंडितों की मासिक राहत राशि में बढ़ोतरी के लिए आवाज बुलंद करने वाली जगटी टेनेमेंट कमेटी ने कहा कि जब तक प्रशासन की ओर से कोई फैसला नही आता, विस्थापितों का आंदोलन जारी रहेगा। पिछले दस माह से यह कार्यकर्ता मासिक राहत में बढ़ोतरी को लेकर आंदोलन चला रहे हैं। इसे जारी रखा जाएगा। हालांकि रिलीफ कमिश्नर (माईग्रेंट) एके पंडिता ने कहा कि विस्थापित कश्मीरी पंडितों की राहत में बढ़ोतरी के लिए सरकार को पत्र लिखा गया है।
इसमें चार सदस्यीय परिवार की राहत 20 हजार रुपये तक करने के लिए शिफारिश की गई है। लेकिन जगटी टेनेमेंट कमेटी के सदस्यों का कहना है कि यह महज आश्वासन है। सरकार की ओर से आदेश आना चाहिए। जगटी टेनेमेंट कमेटी के प्रधान शादी लाल पंडिता ने कहा कि वर्तमान में चार सदस्यीय विस्थापित कश्मीरी पंडित परिवार को 13 हजार रुपये की राहत हर माह मिल रही है। लेकिन इस छोटी सी रकम से इंसान का गुजारा नही होता। 1990 में कश्मीर से पलायन करने को मजबूर हुए कश्मीरी पंडितों को जम्मू क्षेत्र में शरणार्थी कालोनियों में आकर ठहरना पड़ा। लेकिन आज 30 साल से भी ज्यादा का समय गुजर चुका है।
विस्थापित लोग मंदी के हाल में जीवन गुजार रहे हैं। इनकी राहत राशि 13 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये की जानी चाहिए। मगर सरकार इस दिशा में कुछ नही सोच रही। राज कुमार टिक्कू ने कहा कि अगर सरकार सच में विस्थापित कश्मीरी पंडितों का भला चाहती है तो हर परिवार से एक व्यक्ति काे सरकारी नौकरी दे। इससे यह लेग अपने पैरों पर खड़े हो जाएंगे। वहीं दूसरी ओर जगटी टेनेमेंट कमेटी के सदस्यों प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया औँर जमकर नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि विस्थापित कश्मीरी पंडितों की राहत के बारे में सरकार निर्णय ले। उनका कहना था कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती, वे इसी तरह से प्रदर्शन करते रहेंगे।