किशोर आतंक की राह छोड़ मुख्यधारा में लौटा, आतंकवाद छोड़ने वाला 11वां युवक
उत्तरी कश्मीर में आम जनमानस आतंकवाद के खिलाफ है। वह शांति व सुरक्षा का माहौल बनाए रखने में सेना व अन्य सुरक्षा एजेंसियों का सहयोग कर रहा है।
राज्य पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने भी ट्वीट के जरिए दक्षिण कश्मीर के एक युवक के घर वापसी की पुष्टि की है, लेकिन उन्होंने उसके नाम का खुलासा नहीं किया। सूत्रों ने बताया कि मुख्यधारा में लौटने वाला यह युवक जिला कुलगाम में चांसर गांव का रहने वाला आमिर अहमद वानी पुत्र मंजूर अहमद वानी है। वह 22 जनवरी को एक जिहादी संगठन में शामिल हुआ था। आमिर के आतंकी बनने का पता चलते ही उसके परिजनों ने स्थानीय पुलिस व सेना की एक यूनिट से संपर्क कर, उसे वापस लाने का आग्रह किया। सुरक्षाबलों ने आमिर के परिजनों और उसके दोस्तों की मदद से एक अभियान चलाते हुए सभी उपलब्ध माध्यमों के जरिए उसे वापस लाने का प्रयास किया। आज दोपहर को वह आतंकवाद को हमेशा के लिए नमस्ते कर मुख्यधारा में शामिल हो गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आमिर के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। उसने सरेंडर नहीं किया है, बल्कि घर वापसी की है।
उत्तरी कश्मीर में लोग आतंकवाद के खिलाफ
उत्तरी कश्मीर में आम जनमानस आतंकवाद के खिलाफ है। वह शांति व सुरक्षा का माहौल बनाए रखने में सेना व अन्य सुरक्षा एजेंसियों का सहयोग कर रहा है। यही कारण है कि पीएचडी कर रहे एक स्थानीय युवक के आतंकी बनने के बावजूद अन्य युवक उसका अनुसरण करते नजर नहीं आ रहे हैं। यह दावा उत्तरी कश्मीर में आतंकरोधी अभियानों का जिम्मा संभाल रही सेना की किलो फोर्स के जीओसी एके सिंह ने किया। सोमवार को कुपवाड़ा में युवाओं के लिए सेना की ओर से संचालित कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे।