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Coronavirus: तब्लीगी जमात सदस्यों की मूवमेंट से बढ़ी दिक्कत, घाटी में हर 13वां संदिग्ध संक्रमित

जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। महामारी की सबसे अधिक मार कश्मीर घाटी पर पड़ रही है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 04 Apr 2020 10:11 AM (IST)Updated: Sat, 04 Apr 2020 10:11 AM (IST)
Coronavirus: तब्लीगी जमात सदस्यों की मूवमेंट से बढ़ी दिक्कत, घाटी में हर 13वां संदिग्ध संक्रमित

राज्य ब्यूरो, जम्मू : उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए प्रशासन कड़ी निगरानी कर रहा है लेकिन तब्लीगी जमात के सदस्यों की मूवमेंट के कारण परेशानी आ रही है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में काम करने वाले दूसरे राज्यों के करीब 28 हजार लोगों की देखभाल के लिए सभी कदम उठाए गए है। ब्लाक स्तर की समन्वय कमेटियों का गठन किया गया है। राष्ट्रपति ने वीडियो कांफ्र्रेंसग के जरिए राज्यपालों, उपराज्यपालों, प्रशासकों के साथ कोरोना की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की।

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संक्रमितों के संपर्क में आए 50 फीसद लोगों की जांच: राज्य ब्यूरो, जम्मू: राज्य सरकार ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर में अभी तक संक्रमित हुए लोगों के संपर्क में आए दो हजार लोगों की पहचान कर इनमें से आधे लोगों के टेस्ट भी कर लिए गए हैं। अभी तक ऐसे 975 लोगों के टेस्ट हुए हैं। सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने बताया कि राज्य में कुल 22993 लोग निगरानी में हैं। अब तक कुल 1218 टेस्ट हुए हैं। इनमें से 6.15 प्रतिशत मामले पाजिटिव आए हैं। उन्होंने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में देश के सब राज्यों से अधिक तेजी से टेस्ट हो रहे हैं। इसे और बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। राज्य में अभी 34 रेड जोन बनाए गए हैं। इनमें से 24 कश्मीर और दस जम्मू संभाग में हैं। इन क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इनमें जो भी पाजिटिव आए लोगों के संपर्क में हैं, उनकी जांच हो रही है।

अस्पतालों में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई: रोहित कंसल ने बताया कि अस्पतालों में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जा रही है। अभी तक 68 विशेषज्ञ, मेडिकल आफिसर और अन्य ज्वाइन कर चुके हैं। आवश्यक सेवाओं की भी कमी नहीं है। इनकी सप्लाई हो रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग पहले बंद था, लेकिन खुला है। आठ सौ ट्रक और टैंकर कश्मीर में जा चुके हैं। फल, सब्जियां व अन्य सामान भी घाटी भेजा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में सुबह आठ बजे तक पांच हजार 37 ट्रक लखनपुर से जम्मू में आ चुके थे। इनमें राशन, खाद्य पदार्थ, एलपीजी, डीजल, दवाइयां शामिल हैं। स्थानीय इकाइयां भी काम कर रही हैं। 248 यूनिटों को काम करने की इजाजत दी गई है। इनमें दवाइयां भी शामिल हैं। रेजीडेंट कमिश्नर दिल्ली में विद्यार्थियों व अन्य के लिए हेल्पलाइन बनाई गई हैं।

घाटी में हर 13वां संदिग्ध कोरोना वायरस से पीड़ित: जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। महामारी की सबसे अधिक मार कश्मीर घाटी पर पड़ रही है। हैरत की बात है कि यहां संदिग्धों का हर 13वां सैंपल कोरोना से पाजिटिव है। कश्मीर के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. निसार उल हसन का दावा है कि कश्मीर में आने वाले दिनों में कोरोना वायरस के संक्रमण मामले और बढ़ेंगे। घाटी में जनसंख्या घनत्व भी ज्यादा है। डॉ. निसार ने कहा कि दो अप्रैल तक कश्मीर में 678 सैंपलों की जांच हुई है। इनमें से 53 पाजिटिव आए हैं। यानी संदिग्धों में 7.8 प्रतिशत पाजिटिव पाए जा रहे हैं। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर 42,788 सैंपल में 1965 (4.5 प्रतिशत) ही पाजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में मामलों में बढ़ोतरी को दो तरह से देख सकते हैं। पहला यह कि कश्मीर में देश के अन्य भागों की तुलना में लोगों की जांच तेजी से हो रही है। यहां सैंपल लेने की प्रक्रिया तेज है। दूसरा यहां आबादी का घनत्व ज्यादा है। घाटी में दस लाख लोगों में ही कोरोना पाजिटिव की दर 7.57 है। इस समय कश्मीर में उन्हीं लोगों की जांच हुई है जो विदेश से लौटे हैं या संक्रमण से प्रभावितों से संपर्क में थे। अन्य लोगों की जांच नहीं हुई है। जब अन्य लोगों की जांच का सिलसिला शुरु होगा तो संख्या बढ़ेगी। हालांकि, 80 प्रतिशत मामले अधिक गंभीर नहीं हैं। 


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