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Shiv Khori Yatra 2022 : शिवखोड़ी में हादसे रोकने के लिए बनाए जाएंगे मजबूत शेड व जाले

श्राइन बोर्ड प्रशासन के अधिकारियों और कर्मियों से कहा गया कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए हर पल तैयार रहें। भोले बाबा के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो इसको लेकर भक्तों की हर संभव मदद की जानी चाहिए।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 10 Aug 2022 10:40 AM (IST)Updated: Wed, 10 Aug 2022 10:40 AM (IST)
Shiv Khori Yatra 2022 : शिवखोड़ी में हादसे रोकने के लिए बनाए जाएंगे मजबूत शेड व जाले
अब प्रशासन की तरफ से मजबूत शेड बनाने और जाला लगाने का फैसला लिया गया है।

पौनी, संवाद सहयोगी : शिवखोड़ी में गत सोमवार को हुए हादसे के बाद देर शाम शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड की वाइस चेयरमैन एवं डीसी रियासी बबिला रकवाल ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने शिवभक्तों व प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से ठोस कदम उठाए जाएंगे। गुफा के प्रांगण में बहुत जल्द मजबूत शेड बनाने के साथ-साथ पहाड़ी से गिरने वाले पत्थरों को रोकने के लिए जाले लगाए जाएंगे।

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इसके अलावा श्राइन बोर्ड प्रशासन के अधिकारियों और कर्मियों से कहा गया कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए हर पल तैयार रहें। भोले बाबा के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसको लेकर भक्तों की हर संभव मदद की जानी चाहिए।

गौरतलब है कि शिवखोड़ी गुफा के प्रांगण में पहाड़ी से कई बार पत्थर गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। गत सोमवार को गुफा के बाहर हुए हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और एक श्रद्धालु घायल हो गया था। वहीं, इसके पूर्व हुए हादसों में कुछ लोग घायल हुए थे। इसी के मद्देनजर श्राइन बोर्ड प्रशासन ने दोनों गुफाओं के बाहर शेड का निर्माण किया था, लेकिन इसके बावजूद पत्थर गिनने की घटनाएं सामने आने पर अब प्रशासन की तरफ से मजबूत शेड बनाने और जाला लगाने का फैसला लिया गया है।

यात्रा कम होने पर खोली जाती है प्राकृतिक गुफा : शिवखोड़ी में वैसे तो शिवभक्त गुफा के अंदर भोले बाबा के दर्शन के लिए प्राकृतिक गुफा से जाते हैं और नई कृत्रिम गुफा से दर्शन कर बाहर लौटते हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ होने पर श्राइन बोर्ड प्रशासन की तरफ से प्राकृतिक गुफा को बंद कर दिया जाता है। मौजूदा समय में श्रद्धालु नई कृत्रिम गुफा से ही दर्शन करने के लिए अंदर जा रहे हैं और दर्शन कर बाहर लौट रहे हैं। 


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