Book Release : जगदीप दुबे के कहानी संग्रह 'रंगकार' का विमोचन
जगदीप दुबे के डोगरी कहानी संग्रह ‘रंगकार’ का विमोचन डोगरी संस्था की ओर से आयोजित कार्यक्रम में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंजाबी कहानीकार ख़ालिद हुसैन ने दुबे की लेखन की अनूठी शैली की सराहना की जिसने डोगरी साहित्य के कोष को काफी समृद्ध किया है।
जम्मू, जागरणा संवाददाता : जगदीप दुबे के डोगरी कहानी संग्रह ‘रंगकार’ का विमोचन डोगरी संस्था की ओर से आयोजित कार्यक्रम में किया गया। केएल सहगल हाल में आयोजित कार्यक्रम में इस पुस्तक का विमोचन वरिष्ठ पंजाबी साहित्यकार खालिद हुसैन, जम्मू-कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी के अतिरिक्त सचिव डा. अरविंद्र सिंह अमन, डोगरी संस्था के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा, प्रो. वीणा गुप्ता आदि ने सामूहिक रूप से किया। अब तक दुबे की छह किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें इस पुस्तक सहित तीन लघु कहानी संग्रह हैं ।उनकी पुस्तकों में रेडियो नाटक और फुल लेंथ नाटक भी शामिल हैं।
आशुतोष प्रसाद ने पुस्तक पर आलोचनात्मक पेपर पढ़ा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंजाबी कहानीकार ख़ालिद हुसैन ने दुबे की लेखन की अनूठी शैली की सराहना की, जिसने डोगरी साहित्य के कोष को काफी समृद्ध किया है। उन्होंने कहा कि दुबे अपनी कहानियों के विषय अपने आसपास के जीवन से उठाते हैं, लेकिन विषय और गीतात्मक भाषा के बारे में उनकी संवेदनशीलता उनकी कहानियों की गुणवत्ता और प्रभाव को कई गुना बढ़ा देती है।
डोगरी संस्था के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि जगदीप दुबे ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी अजीबोगरीब शैली और कहानी कहने की अलग शैली विकसित की है। उनकी कहानियों की ताकत कहानियों की तीव्रता बढ़ाने में काव्यात्मक कल्पना और अभिव्यक्ति का उपयोग है। यह उन्हें डोगरी के अन्य सभी लघु कहानीकारों से अलग करता है। वहीं डा. अरविंदर सिंह अमन ने विमोचित पुस्तक में शामिल लघु कहानियों में नाटकीय तत्व पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि दुबे की सभी कहानियों में एक चीज मानवतावाद का तत्व है, जो उनकी कहानियों की उत्कृष्टता है।