श्रीनगर आतंकी हमला: घायल होने पर भी जवानों ने किया आतंकियों का मुकाबला
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमले के समय चारों तरफ अफरा-तफरी का आलम था जिसे जहां मौका मिला वह उसी तरफ जान बचाने भागा। आतंकियों की फायरिंग में बस के शीशे चकनाचूर हो गए। टायर फट गया। बस पर दो या तीन तरफ से हमला किया गया था।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : पंथाचौक के निकट हुए आतंकी हमले से पहले सबकुछ सामान्य ही चल रहा था। अचानक ताबड़तोड़ गोलीबारी ने पूरा माहौल ही बदल दिया। बस के भीतर गोलियां लगने से लहुलूहान होने के बावजूद पुलिसकर्मियों ने आतंकियों का कड़ा मुकाबला किया। यही वजह रही कि आतंकियों के पांव उखड़ गए और वे भाग खड़े हुए। हमला स्थल का हाल बयान करते हुए प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अगर बस के अंदर से जवान जवाबी फायरिंग न करते तो बलिदानी जवानों की संख्या बढ़ सकती थी और कई आम लोग भी मारे जाते।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमले के समय चारों तरफ अफरा-तफरी का आलम था, जिसे जहां मौका मिला, वह उसी तरफ जान बचाने भागा। आतंकियों की फायरिंग में बस के शीशे चकनाचूर हो गए। टायर फट गया। बस पर दो या तीन तरफ से हमला किया गया था। बस के भीतर जगह-जगह खून बिखरा हुआ था। हमले के बाद लगभग एक घंटे तक यातायात भी बंद रहा। बस को हटाए जाने के बाद यातायात सुचारु हुआ।
श्रीनगर बस हमले में बलिदान व घायल जवान
अभी तक की जानकारी के अनुसार, 15 जवान घायल व दो बलिदान हुए हैं।
हमले में बलिदान :
1. असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर गुलाम हसन भट्ट निवासी जिला रामबन
2. कांस्टेबल शफीक अली निवासी जिला रियासी
हमले में घायल :
1. कांस्टेबल विकास शर्मा
2. कांस्टेबल अब्दुल मजीद
3. कांस्टेबल मुदस्सिर अहमद
4. कांस्टेबल रवि कांत
5. कांस्टेबल शौकत अली
6. कांस्टेबल अरशद मोहम्मद
7. कांस्टेबल सरतवीर शर्मा
8. कांस्टेबल आदिल अली
9. कांस्टेबल संजय कुमार
10. कांस्टेबल रमीज अहमद
11. कांस्टेबल बिशंबर दास
12. कांस्टेबल सज्जाद अहमद
13. कांस्टेबल नरेंद्र कुमार
14. लियाकत अली
सबने की हमले की निंदा
- श्रीनगर के बाहरी हिस्से में पुलिस बस पर आतंकी हमले की डराने वाली खबर मिली है। मैं इस हमले की कड़े शब्दों में ङ्क्षनदा करते हुए बलिदानियों के स्वजन के साथ अपनी पूरी संवेदना प्रकट करता हूं। बलिदानियों की आत्मा की शांति मिले और घायल जवान जल्द स्वस्थ हों। उमर अब्दुल्ला, उपाध्यक्ष, नेशनल कांफ्रेंस
- पंथाचौक हमले में दो पुलिसकर्मियों के बलिदान होने की खबर से बहुत दुखी हूं। इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। यह घटना केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर में सामान्य स्थिति और शांति बहाल होने के फैलाए जा रहे भ्रम को दूर करती है। इसके बावजूद गल्तियों को सुधारने के लिए कोई प्रयास नहीं हो रहा है। मैं इस हमले में बलिदानी हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों के साथ भी अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं। -महबूबा मुफ्ती, अध्यक्ष, पीडीपी
- यह हमला निंदनीय है। जिन्होंने यह हमला किया है, वह कश्मीर में शांति और खुशहाली के दुश्मन हैं। मेरी बलिदानी पुलिसकर्मियों के परिवार के साथ पूरी संवेदना है। यह घटना हमें बताती है कि हमें कश्मीर में अगर आतंकी हिंसा को समाप्त करना है तो सामाजिक, राजनीतिक और सामुदायिक स्तर पर मिलकर इसके खिलाफ आवाज उठानी है। जुनैद अजीम मट्टू, मेयर, श्रीनगर नगर निगम