Restrictions in Kashmir: जुम्मे पर कश्मीर के कई इलाकों में एक बार फिर लगाई गई हैं पाबंदियां
जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यह कश्मीर में पहला जुम्मा है। लेफ्टिनेंट गवर्नर जीसी मुर्मू ने भी पदभार संभालने के बाद प्रशासनिक कार्य की शुरूआत कर दी है।
श्रीनगर, जेएनएन। केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में घाटी एक बार फिर जुम्मे (शुक्रवार) की नमाज पर पाबंदियों में गिरी नजर आई। जुम्मे की नमाज के दौरान राष्ट्र विरोधी तत्व शांति के माहौल को बिगाड़ न दे इसको लेकर कई इलाकों में पाबंदियां लगाने के साथ सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाई गई है। हालांकि इन प्रशासनिक पाबंदियों का असर आम जनजीवन पर भी पड़ा। कहीं नमाजियों में शामिल शरारती तत्व सड़कों पर उतर किसी को नुकसान न पहुंचाए इसको लेकर सुरक्षाबलों ने कई जगह अवरोधक भी लगाए हुए हैं। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए हर बार भी तरह इस बार भी ऐतिहासिक जामिया मस्जिद, हजरतबल दरगाह और खानकाह मौला में नमाज-ए-जुम्मा की अजान नहीं हुई।
जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यह कश्मीर में पहला जुम्मा है। लेफ्टिनेंट गवर्नर जीसी मुर्मू ने भी पदभार संभालने के बाद प्रशासनिक कार्य की शुरूआत कर दी है। हालांकि उन्होंने अधिकारियों को यह स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं कि जम्मू-कश्मीर के सभी विभाग पहले की तरह ही काम करेंगे। पिछले तीन दिनों में कश्मीर में घटी आतंकवादी घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने यह पाबंदियां लगाई हैं। श्रीनगर के डाउन-टाउन सहित सभी संवेदनशील इलाकों में यह पाबंदियां लागू की गई हैं। हालांकि सीविल लाइन्स इलाकों में किसी भी तरह की रोक-टोक नहीं है। इन पाबंदियों की वजह से आज श्रीनगर की सड़कों पर बीते दिनों की अपेक्षा वाहनों की संख्या बहुत कम रही।