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Jammu: ऐतिहासिक मुगल रोड पर बर्फ हटाने का काम शुरू, मई से वाहनों की आवाजाही शुरू होने की संभावना

जानकारी के अनुसार नवंबर 2019 में भारी बर्फबारी के कारण एतिहासिक मुगल रोड जो कश्मीर को राजौरी व पुंछ दोनों जिलों के साथ जोड़ती है उसके ऊपर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई थी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 02:31 PM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 02:31 PM (IST)
Jammu: ऐतिहासिक मुगल रोड पर बर्फ हटाने का काम शुरू, मई से वाहनों की आवाजाही शुरू होने की संभावना
Jammu: ऐतिहासिक मुगल रोड पर बर्फ हटाने का काम शुरू, मई से वाहनों की आवाजाही शुरू होने की संभावना

जम्मू, जेएनएन। जम्मू संभाग के राजौरी-पुंछ दोनों जिलों को कश्मीर घाटी से जोड़ने वाले मुगल रोड से बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है। पिछले छह महीने से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद किए गए इस मार्ग पर मई से वाहनों की आवाजाही शुरू करने संभावना जताई जा रही है। बर्फ हटाने का काम कर रहे जम्मू-कश्मीर मैकेनिकल इंजीनियरिग विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मशीनों की मदद से बर्फ हटाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। यह काम पुंछ की तरफ से शुरू किया गया है। अगले माह तक मुगल रोड से बर्फ को हटा कर इसे वाहनों की आवाजाही को बहाल कर दिया जाएगा।

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जानकारी के अनुसार नवंबर 2019 में भारी बर्फबारी के कारण एेतिहासिक मुगल रोड जो कश्मीर को राजौरी व पुंछ दोनों जिलों के साथ जोड़ती है, उसके ऊपर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई थी। अभी भी इस मार्ग पर कई-कई फीट बर्फ जमी होने की वजह से यहां वाहनों का उतरना मुमकिन नहीं है। बर्फबारी बंद होने के बाद अब इस मार्ग पर बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। मैकेनिकल इंजीनियरिग विभाग राजौरी डिवीजन के अनुसार बफलैयाज से बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। पीर की गली तक क्षेत्र इन्हीं के अधीन आता है। कर्मचारी युद्ध स्तर पर बर्फ हटाने के कार्य में जुटे हुए है, ताकि यह मार्ग जल्द से जल्द आम लोगों के लिए खोल दिया जाए। अधिकारियों ने दावा किया कि अप्रैल मध्यम तक बर्फ को पूरी तरह से हटाकर इस एेतिहासिक मुगल रोड पर वाहनों की आवाजाही को बहाल कर दिया जाएगा। उसके बाद राजौरी व पुंछ दोनों जिलों के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। 

आपको बता दें कि जिला पुंछ व राजौरी से श्रीनगर से जोड़ने वाले इस मार्ग से स्थानीय लोगों को काफी फायदा है। बर्फबारी के दौरान जब यह मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो जाता है तब पुंछ और राजौरी के लोगों को घाटी जाने के लिए 588 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। जब ये मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाता है तो यह दूरी मात्र 128 किलोमीटर रह जाती है। जिला पुंछ व राजौरी के सैंकड़ों लोग हैं जो जीविका चलाने के लिए कश्मीर में काम करते हैं। ऐसे में ये मार्ग स्थानीय लोगों के लिए काफी फायदेमंद है। इसके अलावा जब जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन की वजह से कई-कई दिनों तक बंद रहता है तो उस दौरान भी आवश्यक सामग्री लेकर कई कमर्शियल व टूरिस्ट वाहन मुगल रोड से घाटी की ओर जाते हैं या फिर घाटी से जम्मू आते हैं।


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