श्रीनगर में 'दरबार मूव' प्रथा के तहत खुला जम्मू-कश्मीर सचिवालय, सुरक्षा के रहे कड़े प्रबंध
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि नागरिक सचिवालय में ही नहीं बल्कि पूरे कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
श्रीनगर,राज्य ब्यूरो। सर्दी के छह माह शरदकालीन राजधानी जम्मू में रहने के बाद सोमवार को दरबार (नागरिक सचिवालय) कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच श्रीनगर में फिर से बहाल हो गया। साथ ही राज्यपाल सचिवालय, पुलिस मुख्यालय और उच्च न्यायालय भी खुल गया। आतंकी मंसूबों और अलगाववादियों के सचिवालय घेराव को नाकाम बनाने के लिए न सिर्फ सचिवालय के आसपास बल्कि पूरे शहर में सुरक्षा कड़ी रही।
सुबह साढ़े नौ बजे मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंचीं। मंत्रियों और विधायकों, मुख्य सचिव बीबी व्यास और पुलिस महानिदेशक डॉ एसपी वैद, वरिष्ठ नौकरशाहों और सचिवालय कर्मचारियों ने स्वागत किया। पुलिस दल ने मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न परिसरों व कार्यालयों का जायजा लिया। उन्होंने कर्मचारियों व अधिकारियों के बैठने व काम करने के लिए बनाए गए 16 कमरों वाले अतिरिक्त ब्लॉक का उद्घाटन किया। कर्मचारियों की समन्वय समिति के एक प्रतिनिधिमंडल से भी भेंट की। राज्यपाल सचिवालय भी खुल गया। राज्यपाल एनएन वोहरा ने राजभवन के विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण करते हुए आधिकारिक रिकॉर्ड की सफाई सुनिश्चित करने की अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने रिकॉडरें के समयबद्ध डिजिटलीकरण और बेकार कागजात को नष्ट करने का भी निर्देश दिया। राज्यपाल ने राज भवन संपत्ति का भी निरीक्षण किया और अग्निशमन प्रणाली तथा बागानों के उचित रख-रखाव को निर्देशित किया। इस अवसर पर उनके साथ प्रमुख सचिव उमंग नरुला भी थे। राज्य विधानसभा सचिवालय भी ग्रीष्मकालीन राजधानी में दरबार के बहाल होते ही खुल गया। डिप्टी स्पीकर नजीर अहमद गुरेजी ने विधानसभा सचिवालय में विभिन्न श्रेणियों का निरीक्षण करते हुए प्रशासन, लेखा अनुवाद, पट्रिंग एंड मुद्रण एवं प्रकाशन, विधान, आरएंडआर तथा सदन समिति श्रेणियों के कार्यप्रणाली का जायजा लिया।
विधानसभा सचिव एमआर सिंह और अन्य संबधित अधिकारी भी थे। वित्तमंत्री बुखारी ने वित्त, श्रम एवं रोजगार विभाग से संबधित कार्यालयों का दौरा करते हुए उनमें काम करने वाले अधिकारियों व कर्मियों से बातचीत की। श्रीनगर में पुलिस मुख्यालय खुल गया। पुलिस महानिदेशक डॉ एसपी वैद ने विभिन्न वगों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
सचिवालय और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के आसपास ही नहीं पूरे शहर में सुरक्षा का बंदोबस्त रहा। शहर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त नाके दिनभर रहे। शहर में कई जगह जुलूस निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें कानून व्यवस्था का संकट नहीं बनने दिया और न उन्हें सचिवालय की तरफ जाने दिया। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि नागरिक सचिवालय में ही नहीं बल्कि पूरे कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।