Jammu Sidhra Murder Case: एक ही दिन में नहीं हुई है सिदड़ा में छह मौतें, पुलिस कर रही मौके से मिले कैनुला की जांच
सिदड़ा के तवी विहार इलाके में दो घरों से मिले छह लोगों के शवों की गुत्थी अभी तक अनसुलझी है। अभी तक हुई जांच में यह बात सामने आ रही है कि इन छह लोगों की मौतें एक साथ नहीं बल्कि अलग अलग समय पर हुई हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता। सिदड़ा के तवी विहार इलाके में दो घरों से मिले छह लोगों के शवों की गुत्थी अभी तक अनसुलझी है। अभी तक हुई जांच में यह बात सामने आ रही है कि इन छह लोगों की मौतें एक साथ नहीं बल्कि अलग अलग समय पर हुई हैं। वहीं मौके पर पुलिस को शवों पर कैनुला लगा मिला जिनको लेकर आशंका जताई जा रही है कि इन कैनुला की मदद से ही मृतकों के शरीर में जहरीला पदार्थ पहुंचा है लेकिन यह कैनुला किन परिस्थितियों में लगाया गया इसकी जांच पुलिस के लिए गुत्थी बनी हुई है।
इसके अलावा पुलिस को मौके से कुछ इंजेक्शन भी मिलेे हैं जिनके जहरीला होने की आशंका है। इन सभी कैनुला व इंजेक्शनों को पुलिस ने जांच के लिए फोरेंसिक टीम को साैंप दिया है।मौतों के इस संदिग्ध मामले को सुलझाने के लिए एसपी रूरप संजय शर्मा के नेतृत्व में सिट का गठन भी किया गया है जिसमें एसएचओ नगरोटा व चौकी इंचार्ज सिदड़ा को भी शामिल किया गया है।वीरवार को एक बार फिर फाेरेंसिक की टीम सिदड़ा में उन दोनों घरों में पहुंची जहां छह लोगों के शव पड़े मिले थे।
तवी विहार के लेन नंबर 32 स्थित 52 वर्षीय नूर उल हबीब पुत्र हबीब उल्लाह निवासी बरजूला, श्रीनगर के मकान से मकान मालिक नूर उल्ल हबीब के अलावा 60 वर्षीय सकीना बेगम पत्नी गुलाम हुसैन निवासी मरमत डोडा, सकीना बेगम की पुत्री 32 वर्षीय नसीमा अख्तर और 18 वर्षीय सज्जाद अमहद पुत्र फारूक अहमद माग्रे निवासी परानू बाला, भद्रवाह के शव मिले थे। सकीना बेगम का मकान भी हबीब उल्लाह के मकाने के बिलकुल सामने तवी विहार लेन नंबर 33 में था और जब पुलिस उसके मकान में पहुंची तो वहां से भी पुलिस को दो शव मिले थे जो सकीना की 25 वर्षीय बेटी रूबीना बानो व उसके बेटे जफर सलीम के थे। वहीं मामले की जांच कर रही सिट ने नूर उल हबीब के घर में वीरवार को एक बार फिर तलाशी भी ली। सिट मौके से मृतकों को लगे कैनुला के बिल तलाश कर रही है ताकि पता चल सके कि यह कहां से खरीदे गए थे और कौन लोग इन्हें खरीद कर लाया था।
सकीना और नूर उल हबीब के संबंधों को लेकर भी पुलिस कर रही जांच, 18 वर्षों से थे एक दूसरे के संपर्क में
इन संदिग्ध मौत मामलों को लेकर पुलिस सकीना और नूर उल हबीब के आपसी संबंधों को लेकर भी जांच कर रही है।पुलिस को पता चला है कि सकीना की पहचान नूर उल हबीब के साथ लगभग 18 वर्ष पहले हुई थी जो उसके घर में काम करने के लिए आई थी लेकिन उसके बाद से सकीना व नूर उल हबीब के दो परिवार एक होकर रहने लगे थे। नूर उल हबीब कश्मीर में भी आपने परिवार के साथ ज्यादा संपर्क में नहीं था। वह कई वर्षों से अपने घर भी नहीं गया था और ज्यादातर नोयडा व सिदड़ा में ही रहता था। नूर कंसलटेंसी कंपनी में काम करता था और अपने घर से ही वह काम कर रहा था। पुलिस को यह भी पता चला है कि सकीना ने मरमत में अपनी पुश्तैनी जमीन को भी 38 लाख रुपये में बेचा था और वह पैसा भी नूर हबीब के पास रखा गया था। इस जमीन की खरीद करार पर सकीना की जरीफा और उसकी फूफी ने कोर्ट से स्टे ले लिया था। दोनों उस जमीन में अपनी हिस्सेदारी की मांग कर रही हैं।