Jammu Kashmir : कोविड अस्पताल पहुंचे सिन्हा, 200 नर्सिंग अर्दली नियुक्त करने के आदेश
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा कार्यभार संभालने के अगले ही दिन कोरोना संक्रमित मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लेने खुद श्रीनगर में बनाए गए कोविड अस्पताल
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा कार्यभार संभालने के अगले ही दिन कोरोना संक्रमित मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लेने खुद श्रीनगर में बनाए गए विभिन्न कोविड अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंच गए। उन्होंने वहां देखा कि कई कोविड मरीजों की देखभाल के लिए कोई नहीं तो कइयों के साथ तीमारदारों की भीड़ है। इसका संज्ञान लेते हुए उन्होंने संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए तत्काल 200 अल्पकालिक नर्सिंग अर्दली (हेल्पर) नियुक्त करने का आदेश दिया। इनमें 100 अर्दली कश्मीर संभाग और 100 जम्मू संभाग में नियुक्त किए जाएंगे। यह अर्दली डह माह के लिए नियुक्त किए जाएंगे। इसके साथ सिन्हा ने कोरोना को हराने में जुटे योद्धाओं की भूमिका को सराहते हुए कहा कि उन्हेंं पहले से प्रदान किए गए 50 लाख रुपये की बीमा सुविधा के अलावा भी अतिरिक्त वित्तीय व अन्य सुविधाएं प्रदान करने पर विचार किया जा रहा है।
प्रदेश प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल ने बताया कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल व अन्य प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्टाफ की कमी और भीड़ घटाने से जुड़े मुद्दों का संज्ञान लिया। उन्होंने कोविड-19 मरीजों की तीमारदारी के लिए 200 अल्पकालिक नॄसग अर्दली नियुक्त करने का निर्देश दिया। यह अर्दली केवल कोविड-19 मरीजों की देखभाल व संबंधित गतिविधियों के लिए उपलब्ध रहेंगे। इससे अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों की तीमारदारी के लिए उनके परिजनों व रिश्तदारों की भीड़ भी घटेगी।
उपराज्यपाल ने कोविड-19 से बचाव के लिए कहा कि संबधित एसओपी को पुलिस व प्रशासन सख्ती से लागू कराए। मास्क न पहने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी करें। मृत्यु दर में कमी लाने का पूरा प्रयास करते हुए श्रीनगर, बारामुला और पुलवामा में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सभी कदम उठाए जाएं।
इसके बाद सिन्हा ने एक उच्चस्तरीय बैठक कर चिकित्सा सुविधा का जायजा लिया। बैठक में उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर, मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम, वित्तायुक्त स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग अटल डुल्लू भी मौजूद थे।
पांच दिन में 18 हजार टेस्ट :
स्वास्थ्य सेवा विभाग के वित्तायुक्त अटल डुल्लु ने उपराज्यपाल को बताया कि बीते पांच दिनों में प्रदेश में 18 हजार लोगों के रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए हैं। जम्मू कश्मीर में 10 लाख की आबादी पर रोजाना 800 टेस्ट किए जा रहे हैं। यह दर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रति दिन 10 लाख की आबादी पर 140 टेस्ट की तय सीमा से कहीं ज्यादा है। आने वाले दिनों में इस क्षमता का और बढ़ाया जाएगा।
चार सीबीएनएएटी भी शुरू :
अटल डुल्लू ने बताया कि प्रदेश में वेंटीलेटर की कमी को पूरा किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से प्राप्त किए गए 432 वेंटीलेटर को विभिन्न अस्पतालों में स्थापित किया जा रहा है। इनके अलावा 342 और वेंटीलेटर अगले कुछ दिनों में प्रदेश में पहुंचने वाले हैं। कोविड-19 की टेस्टिंग प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए प्रदेश में चार सीबीएनएएटी (कार्टरिज बेस्ड न्यूक्लिक एसिड एंपलिफिकेशन टेस्ट) को क्रियाशील बनाने के अलावा 15 ट्रूनेट लैब को स्थापित किया गया है। इसके अलावा आरटीपीसीआर मशीनों को भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
ठीक होने वालों दर है 68 फीसद :
अटल डुल्लू ने बताया कि प्रदेश में 23927 कोविड-19 पॉजिटिव मामलों में इस समय 7260 ही एक्टिव पॉजिटिव हैं। जम्मू कश्मीर में ठीक होने की दर 67.78 फीसद है।