मैया के बिन बुलाए यहां कोई नहीं आ सकता : उदित नारायण
नवरात्र के अंतिम दिन गायक उदित नारायण मां वैष्णो देवी के दरबार में पहुंचे। मां के चरणो में हाजिरी लगाने के बाद देर शाम भवन पर आयोजित दिव्य आरती में शामिल हुए।
संवाद सहयोगी, कटड़ा : कई वर्षों बाद मैया ने अपने चरणों में बुलाया है। वह भी पवित्र नवरात्र में हाजिरी लगाने मौका मिला। मैया को मेरा कोटि-कोटि नमन। यह सच है कि मैया के बिन बुलाए यहां पर कोई नहीं आ सकता। ये बातें प्रख्यात पार्श्व गायक उदित नारायण ने शनिवार को मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाने के बाद कहीं।
नवरात्र के अंतिम दिन गायक उदित नारायण मां वैष्णो देवी के दरबार में पहुंचे। मां के चरणो में हाजिरी लगाने के बाद देर शाम भवन पर आयोजित दिव्य आरती में शामिल हुए। यहां आरती के दौरान उन्होंने अपनी आवाज में मैं परदेशी हूं पहली बार आया हूं.. भजन प्रस्तुत कर मां वैष्णो देवी भवन पर उपस्थित श्रद्धालु भक्ति रस से झूमने पर मजबूर कर दिया। उदित नारायण ने इस दिव्य आरती में एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए। इनमें बारिशों की छम छम में तेरे दर पर आया हूं.., मैं परदेसी हूं पहली बार आया हूं दर्शन करने मैया के दरबार आया हूं.., मैया तुमसे मिलने देवी के दरबार बार-बार आएंगे..,आये तेरे दर आए पुजारी मैया कर दो मुरादें पूरी..आदि प्रमुख भजन शामिल थे। इस मौके पर उदित नारायण ने कहा कि मां ने बुलावा भेजा और वह तुरंत दौड़े चले आए हैं और मां के दरबार भजन गाने का अवसर मिला है। यह मेरा सौभाग्य है।
भवन पर एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत कर उपस्थित श्रद्धालुओं को पूरी तरह से मंत्रमुग्ध कर दिया। वही विश्व भर में अपने घरों में बैठे मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं ने भी उदित नारायण के भजनों का आनंद उठाया। उदित नारायण द्वारा दी गई हाजिरी के साथ ही मां वैष्णो देवी के भवन पर गायकों का आने का सिलसिला थम गया। नवरात्र के दौरान मां के दरबार में आने वाले गायकों में अनूप जलोटा, सोनू निगम, विपिन सचदेवा, कविता पौडवाल, लखविदर वडाली, लखविदर लक्खा, कुमार विशु आदि प्रमुख थे।