पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों और ISI की साजिश का SIA ने किया पर्दाफाश, कश्मीर में कूरियर से हो रही फंडिंग
पाकिस्तान में बैठे आतंकी सरगनाओं और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने कश्मीर में आतंकी व अलगाववादी गतिविधियों की फंडिंग के लिए अब एक नया तरीका अपनाया है। वह हवाला और बैंकों के जरिए लेन-देन के अलावा कैश कूरियर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। पाकिस्तान में बैठे आतंकी सरगनाओं और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने कश्मीर में आतंकी व अलगाववादी गतिविधियों की फंडिंग के लिए अब एक नया तरीका अपनाया है। वह हवाला और बैंकों के जरिए लेन-देन के अलावा कैश कूरियर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें अपने किसी जानकार व्यक्ति को पैसा दूसरे तक पहुंचाने के लिए दिया जाता है। कई कैश कूरियर को खुद भी पता नहीं होता कि वह आतंकियों के लिए पैसा लेकर जा रहा है, क्योंकि उन्हें छोटी-छोटी रकम (10-20 हजार) दी जाती है, ताकि पकड़ने जाने पर भी किसी को संदेह न हो कि पैसा आतंक या अलगाववादी गतिविधियों के लिए भेजा जा रहा है।
12 जगहों पर ली गई तलाशी
आतंकी संगठनों की इस साजिश का पर्दाफाश प्रदेश जांच एजेंसी (एसआइए) ने कश्मीर में आतंकियों के तंत्र को नष्ट करने के अभियान के तहत जांच के दौरान किया है। इसी अभियान के तहत एसआइए ने शनिवार को वादी के पांच जिलों में एक हुर्रियत नेता के मकान समेत 12 जगहों पर तलाशी ली और 29 लाख रुपये की नकदी के अलावा मोबाइल फोन, सिमकार्ड, बैंक दस्तावेज, वित्तीय लेन देन से संबंधित कुछ डायरियां भी जब्त की हैं।
कई नेताओं के घरों को खंगाला गया
स्थानीय सूत्रों ने बताया कि जिन तत्वों के घरों को खंगाला गया है, उनमें श्रीनगर के बरजुला में स्थित हुर्रियत नेता मोहम्मद अशरफ और नादिरगुंड पीरबाग में मुश्ताक अहमद वानी शामिल हैं। कुपवाड़ा के दर्दहारी करालपोरा में मोहम्मद सईद बट, बारामुला के पट्टन के आरपोरा में मुजफ्फर हुसैन बट के मकान की भी तलाशी ली गई, हालांकि एसआइए ने किसी के नाम की पुष्टि नहीं की है।
आतंकी गतिविधियों के लिए जुटा रहे धन
एसआइए के प्रवक्ता ने बताया कि कुपवाड़ा, बारामुला, बांडीपोर, श्रीनगर और बड़गाम में आतंकी नेटवर्क के साथ प्रत्यक्ष परोक्ष रूप से जुड़े तत्वों के घरों की तलाशी ली गई है। तलाशी के लिए श्रीनगर स्थित टाडा-पोटा अदालत से वारंट प्राप्त किया गया था। उन्होंने बताया कि एसआइए को अपने तंत्र से पता चला था कि आतंकी संगठन अलबदर के पाकिस्तान और गुलाम जम्मू कश्मीर में बैठे आतंकी सरगना पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के साथ मिलकर वादी में सक्रिय अपने ओवरग्राउंड वर्कर नेटवर्क की मदद से आतंकी गतिविधियों के लिए धन जुटा रहे हैं। यह पैसा हवाला, बैंकिंग संस्थानों के अलावा कैश कूरियर के जरिए आतंकियों व अलगाववादियों तक पहुंचाया जा रहा है।
कूरियर से पहुंचाया जा रहा है कैश
जांच में पता चला कि आतंकी संगठनों ने कश्मीर में अपने कैडर की वित्तीय मदद के लिए ऐसा तंत्र तैयार किया था कि कई कैश कूरियर को भी पता नहीं है कि जिसे वह सफेद धन समझ कर उसे विभिन्न तत्वों तक पहुंचा रहे हैं, वह काली और अवैध कमाई है, जिसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए हो रहा है। इस साजिश के तहत आतंकी सरगनाओं ने वादी के विभिन्न हिस्सों में अपने स्लीपर सेल भी तैयार किए हैं, जिनका काम सिर्फ आतंकी व अलगाववादी गतिविधियों के लिए पैसा उपलब्ध कराना है। इस पैसे का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में तेजी लाने के अलावा स्थानीय युवाओं को आतंकी बनाने पर भी खर्च किया जाता है।
एक साथ एक समय पर ली गई तलाशी
एसआइए के प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर एसआइए ने एक दर्जन अलग-अलग दस्ते बनाए और सभी जिलों में चिह्नित किए गए तत्वों के ठिकानों की एक ही समय पर तलाशी ली गई। इस दौरान संबंधित लोगों से पूछताछ भी की गई है। तलाशी के दौरान बरामद नकदी के अलावा कई बैंक पासबुक, चेक बुक आदि लेन-देन संबंधी दस्तावेज का आकलन किया जा रहा है और इनके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
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