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Mata Vaishno Devi: श्रीमाता वैष्‍णो देवी यात्रा शुरू करने की तैयारी, केंद्र लेगा फैसला

श्रद्धालुओं को यात्रा पर्ची उपलब्ध करवाने के बजाय पंजीकरण ऑनलाइन होगा। एक विशेष एप का निर्माण किया जा रहा है जिसमें श्रद्धालु की ट्रैवल हिस्ट्री के साथ ही उसकी पूरी जानकारी होगी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 16 May 2020 05:23 PM (IST)Updated: Sat, 16 May 2020 05:23 PM (IST)
Mata Vaishno Devi: श्रीमाता वैष्‍णो देवी यात्रा शुरू करने की तैयारी, केंद्र लेगा फैसला

कटड़ा, राकेश शर्मा। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरों के कारण बंद की गई श्री माता वैष्‍णोदेवी की यात्रा प्रशासन फिर से आरंभ करने की तैयारी कर रहा है। यात्रा शुरुआती चरणों में सीमित स्‍तर पर ही चलाए जाने की तैयारी है। फिलहाल यात्रा का आकार व स्‍वरूप क्‍या रहेगा उस पर मंथन चल रहा है। बताया जा रहा है कि प्रतिदिन पांच हजार लोगों को ही यात्रा की अनुमति दी जा सकती है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला केंद्र ही करेगा। श्रीमाता श्राइन बोर्ड ने लॉकडाउन से पूर्व ही 18 मार्च को श्रीमाता वैष्‍णो देवी यात्रा स्‍थगित कर दी थी। अब नई रियायतों के साथ लॉकडाउन का चौथा चरण आरंभ होने वाला है। इस बीच श्राइन बोर्ड ने अपनी तैयारियों को आरंभ कर दिया है।

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कटरा में पंजीकरण केंद्र पर श्रद्धालुओं को यात्रा पर्ची उपलब्ध करवाने के बजाय पंजीकरण ऑनलाइन करने की तैयारी है। एक विशेष एप का निर्माण किया जाएगा जिसके भीतर श्रद्धालु की ट्रैवल हिस्ट्री के साथ ही उसकी पूरी जानकारी होगी और श्रद्धालु का मोबाइल जीपीएस के साथ कनेक्ट कर भवन मार्ग पर जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा ताकि श्रद्धालु की हर मूवमेंट के बारे में श्राइन बोर्ड को पता चल सके।

सूत्रों ने बताया कि यात्रा केवल पैदल मार्ग से ही फिलहाल आरंभ की जाएगी और यह संभव हो सकता है कि यात्रा के लिए पूर्व पंजीकरण अनिवार्य किया जाएगा। श्राइन बोर्ड से जुड़े अधिकारी ने स्‍वीकारा कि वह यात्रा के लिए तैयार हैं लेकिन फैसला उच्‍च स्‍तर पर ही होगा। इस पर कई दौर का मंथन भी हो चुका है। इस सुझाव पर भी मंथन किया जा रहा है कि यात्रा में पांच से छह हजार ही लोग रहें ताकि मार्ग पर उचित शारीरिक दूरी का पालन हो। श्रद्धालु ताराकोट मार्ग से जाएंगे और दूसरे मार्ग से वापस लौटेंगे। इसके लिए यात्रा मार्ग पर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए विषाणुनाशक टनल लगाने की भी तैयारी है।

श्रद्धालु की संख्या प्रतिदिन 5000 से 6000 करने पर हो रहा विचारः  श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने बताया कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार कर रहा है और सभी एक्सपोर्ट के सुझावों को भी इसमें शामिल किया जाएगा ताकि भविष्य में श्री श्रीयादे भविष्य में वैष्णो देवी यात्रा शुरू होने से पहले सभी तैयारियां पूरी हो सकें। इसके लिए मुख्यता श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड श्रद्धालु की संख्या प्रतिदिन 5000 से 6000 करने के बारे में विचार कर रहा है।

बताया जा रहा है कि वैष्णो देवी यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए आने-जाने के लिए अलग मार्ग होंगे। भविष्‍य में हेलीकॉप्टर या फिर बैटरी कार में सफर को लेकर भी शारीरिक दूरी की शर्तों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। रमेश कुमार ने कहा कि फिलहाल श्राइन बोर्ड सभी सुझावों तथा पहलुओं पर गंभीरता से अपना कार्य जारी रखे हुए हैं और जल्द ही कुछ अन्य विशेषज्ञों से भी विचार विमर्श करने के साथ ही राय ली जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को भी अपनी वैष्णो देवी यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी न हो। वैष्णो देवी यात्रा में 40 से 50 फीसद तक श्रद्धालु आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग होते हैं। उनके पास शायद स्मार्टफोन न हो। ऐसे में उनके लिए क्‍या व्‍यवस्‍था की जाए, इस पर भी विचार किया जाएगा। गृह मंत्रालय की अनुमति मिलते ही यात्रा आरंभ हो जाएगी। श्राइन बोर्ड अपनी तैयारियां जल्‍द पूरी कर लेगा।

मार्ग पर फोरलेन सैनिटाइजर टनल लगाने की योजनाः मां वैष्णो देवी के दर्शन को लेकर भवन पर गुफा से लेकर मनोकामना भवन तक क्यूबिक फ्लेक्सिग्लास लगाने की योजना है। इसे लेकर एक घंटे में 470 से 490 श्रद्धालु मां के दर्शन कर सकेंगे। इसके साथ अर्धकंवारी, वैष्णो देवी भवन तथा भैरव घाटी में सैनिटाइजर टनल के निर्माण करने की योजना है। बाणगंगा के साथ ही नए ताराकोट मार्ग, अर्धकंवारी, वैष्णो देवी भवन तथा भैरव घाटी आदि पर थर्मल स्कैनिंग भी की जाएगी। भोजनालय और लंगर स्‍थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित न हो, इसके लिए टोकन सिस्टम शुरू किया जाएगा। यह सभी सुझाव यात्रा पर्ची पर अंकित होंगे। यात्रा पर्ची उपलब्ध होते ही श्रद्धालुओं को करीब आधे घंटे के भीतर अपनी वैष्णो देवी यात्रा शुरू करनी होगी। पहले यात्रा पर्ची लेने के उपरांत उपरांत श्रद्धालुओं को कटरा से 6 घंटे के भीतर यात्रा करने की अनुमति थी। वैष्णो देवी भवन के साथ ही सभी मार्गों पर फुट सैनिटाइजर लगाने की योजना है।

होटल व रेस्‍त्रां मा‍लिकों ने की चर्चाः होटल व रेस्त्रां संघ कटरा तथा पीएचडीसीसीआइ जम्मू के सदस्‍यों ने वेबिनार का आयोजन कर अधिकारियों के समक्ष अपनी चिंताएं रखीं। इसमें राज्यपाल के पूर्व सलाहकार परवेज़ दीवान, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार, डीआइजी उधमपुर रियासी रेंज सुजीत कुमार सिंह के अलावा कई व्‍यापारी भी शामिल हुए।इनमें होटल व रेस्‍त्रां एसोसिएशन तथा प्रमुख व्‍यापारी संगठनों ने श्राइन बोर्ड को यात्रा आरंभ करने के संदर्भ में अपने सुझाव दिए। इसमें श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सदस्य के बी काचुरू, एमडी सनोबर होटल तथा रिजॉर्ट अजय बकाया, चीफ एडिटर डेफिनेशन इंडिया पत्रिका नवीन वेरी, प्रधान पीएचडीसीसीआई डीके अग्रवाल, गिरीश ओबरॉय, अनिल खेतान, संजय अग्रवाल उप प्रधान पीएचडीसीसीआई, श्यामलाल केसर चेयरमैन कटरा होटल व रेस्तरां संघ, प्रदीप मुल्तानी उपप्रधान पीएचडीसीसीआई, राहुल सहाय के साथ ही कटड़ा प्रेस क्लब प्रधान राकेश शर्मा, महासचिव अरुण शर्मा भी मौजूद थे।

होटल वा रेस्त्रां संघ प्रधान राकेश वजीर, रेस्त्रां संघ कटरा के श्यामलाल केसर ने कोविड-19 को लेकर भविष्य में वैष्णो देवी यात्रा किस तरह से शुरू करने पर अपने विचार रखे। इसमें भवन मार्ग पर हजारों की संख्या में कार्य करने वाले घोड़ा पिट्ठू पालकी आदि मजदूरों की स्वच्छता तथा शारीरिक दूरी पर विशेष ध्यान रखने और यात्रा का पंजीकरण ऑनलाइन करने का सुझाव दिया। अधिकारियों ने बताया‍ कि इस पर वह विचार कर रहे हैं पर अंतिम फैसला केंद्र लेगा। 


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