जम्मू रेलवे स्टेशन पर शॉपिग का लुत्फ भी उठा पाएंगे यात्री
जम्मू रेलवे स्टेशन को विकसित करने के लिए रेलवे हेडक्वार्टर से मंजूरी मिल गई है। जल्द ही इस पर काम शुरू होने की उम्मीद है।
दिनेश महाजन, जम्मू : जम्मू रेलवे स्टेशन को विकसित करने के लिए रेलवे मुख्यालय ने मंजूरी दे दी है। जल्द ही स्टेशन पर यात्रियों को शॉपिग माल की तर्ज पर ब्रांडेड सामान की खरीदारी करने की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा रेलवे स्टेशन पर हवाई अड्डे की तर्ज पर यात्री लाउंज, डोरमेट्री के अलावा भूमिगत टनल जैसी सुविधाएं भी पा सकेंगे।
जम्मू रेलवे स्टेशन को विकसित करने के लिए रेलवे ने 180 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली दूसरे एंट्री गेट के निर्माण को भी मंजूरी दे दी है। निर्माण कार्य को अंजाम देने से पूर्व रेलवे स्टेशन के आउटर में विकास कार्य शुरू कराने के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है। स्टेशन के दूसरे एंट्री गेट में सात नए प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। स्टेशन के पुराने और नए प्लेटफार्म को आपस में मिलाने के लिए सब-वे (भूमिगत टनल) बनाया जा रहा है।
- जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
जम्मू रेलवे स्टेशन में आने वाले माता वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए रेलवे स्टेशन पर संसाधनों को बढ़ाया जा रहा है। डिवीजन के प्रस्ताव को रेलवे मुख्यालय ने मंजूरी दे दी है, जिसका काफी समय से इंतजार था। जैसे ही धनराशि जारी होगी, वैसे ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
राजेश अग्रवाल, मैनेजर, फिरोजपुर रेल मंडल
--- पांच दशक से जम्मू स्टेशन का ढांचा जस का तस
वर्ष 1970 में जम्मू रेलवे स्टेशन का निर्माण हुआ था। उस समय जम्मू रेलवे स्टेशन पर तीन प्लेटफार्म बनाए गए थे। दो ही वाशिग लाइन थी। पांच दशक बीत जाने के बावजूद रेलवे स्टेशन में ढांचे का विस्तार नहीं हुआ है। जम्मू रेलवे स्टेशन से रोजाना 48 रेलगाड़ियां आती-जाती हैं। इन रेलगाड़ियों की सफाई से लेकर मरम्मत तक का काम जम्मू रेलवे स्टेशन पर ही होता है। रेलगाड़ियों की संख्या तो लगातार बढ़ रही है, लेकिन अभी तक रेलवे स्टेशन का विस्तार नहीं हो पाया है।
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ठंडे बस्ते में पड़ गया पीपीपी फार्मूला
रेलमंत्री सुरेश प्रभु अपने कार्यकाल के दौरान पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत देश के 23 रेलवे स्टेशन निजी कंपनियों के हाथों में सौंपने की योजना बनाई थी। इनमें जम्मू रेलवे स्टेशन भी शामिल है, जिसे विकसित किया जाना है। नॉर्दर्न रेलवे के अधीन आने वाले जम्मू रेलवे स्टेशन को विकसित करने के लिए निजी कंपनियों ने जम्मू रेलवे स्टेशन का दौरा किया था। इसके बाद 28 जून 2017 को ऑनलाइन नीलामी भी हुई थी, इसमें दो कंपनियों ने जम्मू रेलवे स्टेशन को विकसित करने में दिलचस्पी दिखाई थी। इस योजना के तहत निजी कंपनी को रेलवे स्टेशन में 3000 करोड़ का न्यूनतम निवेश कर उसे विकसित करना था, जिसमें होटल, मॉल और लजीज व्यंजनों के स्टाल के साथ मनोरंजन के साधन भी विकसित किए जाने थे। सुरेश प्रभु के रेलमंत्री के पद से हटते ही पीपीपी मोड की योजना ठंडे बस्ते में चली गई।