लोढ़ा कमेटी के नियमों का सरेआम उल्लंघन, पूर्व रणजी क्रिकेटरों ने विरोध जताया Jammu News
वर्ष 2018-19 में जेकेसीए के मेंटर और खिलाड़ी ने गत वर्ष के रणजी सीजन में सामान्य प्रदर्शन किया था बावजूद इसके इस वर्ष एक बार फिर से उनका एक वर्ष के लिए अनुबंध बढ़ा दिया गया।
जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) की मनमानियों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट द्वारा नियुक्त जेकेसीए के चीफ एग्जीक्यूटिव आफिसर आशिक हुसैन बुखारी की नाक तले लोढ़ा कमेटी के नियमों का उल्लंघन जारी है। ऑलम यह है कि जेकेसीए, श्रीनगर की ओर से जिला स्तर पर चुनाव करवाने के लिए पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान भी कर दिया गया है जिसका राज्य के पूर्व रणजी क्रिकेटरों ने भारी विरोध किया है।
पूर्व रणजी क्रिकेटरों की बैठक में शामिल कंवलजीत सिंह, विद्या भास्कर, अश्विनी गुप्ता, विजय शर्मा, ध्रुव महाजन सहित एक दर्जन से अधिक पूर्व रणजी क्रिकेटरों ने कहा कि लोढ़ा कमेटी के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। राज्य में क्रिकेट गतिविधियों में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से पूर्व क्रिकेटरों से लैस क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी बनानी चाहिए ताकि क्रिकेट में राज्य के गिरते स्तर को बचाया जा सके लेकिन इस दिशा में कोई भी प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। बाहरी राज्यों के खिलाड़ी को मनमाफिक फीस की अदायगी की जा रही है जबकि स्थानीय चयनकर्ताओं और कोच को फीस की अदायगी के लिए बार-बार चक्कर लगवाए जा रहे हैं। इरफान पठान इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं।
वर्ष 2018-19 में जेकेसीए के मेंटर और खिलाड़ी ने गत वर्ष के रणजी सीजन में सामान्य प्रदर्शन किया था बावजूद इसके इस वर्ष एक बार फिर से उनका एक वर्ष के लिए अनुबंध बढ़ा दिया गया। उनकी आज तक मेंटर के रूप में सेवाएं क्यों नहीं ली गई। गत वर्ष भी इरफान पठान की दखलंदाजी के कारण जेेकेसीए के चार चयनकर्ताओं को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। पूर्व रणजी क्रिकेटरों और चयनकर्ताओं ने इस बाबत लिखित रूप से बीसीसीआइ को पत्र लिखकर सूचित भी किया था। उन्होंने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में राज्य के पूर्व रणजी क्रिकेटरों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने पर भी विरोध जताया है।
पूर्व रणजी क्रिकेटर राज कुमार और विवेक शर्मा ने बैठक में कहा कि परवेज रसूल ने हाल ही में बयान देकर कहा कि मौजूदा सीईओ के नेतृत्व में राज्य में क्रिकेट की गतिविधियां बढ़ी है और इससे पहले राज्य के क्रिकेट इतिहास में कोई ऐसा बड़ा कारनामा नहीं हुआ। रसूल ने स्वयं की प्रशंसा में बड़ी-बड़ी बयानबाजी की है जो उनके परिपक्व खिलाड़ी होने का सबूत नहीं देती है। बैठक में समीर खजूरिया, विक्रांत टग्गर, जगतार सिंह, राकेश चोपड़ा, संजय शर्मा और अन्य वयोवृद्ध क्रिकेटर भी मौजूद थे।
कठुआ जिला क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव 28 जुलाई को होंगे
जेकेसीए, श्रीनगर ने जम्मू संभाग में जिला क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव हेतु पर्यवेक्षकों की सूची जारी कर दी है। कठुआ स्थित डाक बंगला में 28 जुलाई को कठुआ जिला क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव होंगे। जेकेसीए के सीईओ आशिक हुसैन बुखारी ने जम्मू, सांबा, कठुआ, कठुआ, ऊधमपुर, रियासी, डोडा, किश्तवाड़, रामबन, पुंछ और राजौरी जिला में चुनाव के लिए पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान किया है। राजेश गिल को जम्मू जिला, सुरेन्द्र सिंह बागल को सांबा जिला, सरबजीत सिंह को कठुआ जिला, विवेक सिंह को ऊधमपुर जिला, अजय भट्टी को रियासी जिला, शाहिद परवज को डोडा जिला, शफकत बाबा को किश्तवाड़ जिला, आफताब अहमद को रामबन जिला, राज कुमार बख्शी को पुंछ जिला और राकेश कौल को राजौरी जिला का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। 28 जुलाई को कठुआ जिला क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव होंगे जबकि अन्य जिलों में चुनाव की तारीख जल्द घाेषित की जाएगी।