सीमा प्रहरियों की पृष्ठभूमि खंगालेगी बीएसएफ
अपने ही सुरक्षा तंत्र में छिपा भेदिया पकड़ा जाने के बाद बिछाया गया जाल अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा को नए सिरे ऑडिट करने की प्रक्रिया भी शुरू ------
राज्य ब्यूरो, जम्मू : अपने ही सुरक्षा तंत्र में छिपे भेदियों की गर्दन पकड़ने के लिए बीएसएफ ने जाल बिछाना शुरू कर दिया है। यहां तक कि जम्मू फ्रंटियर आतंरिक स्तर पर अग्रिम चौकियों में तैनात सीमा प्रहरियों की पृष्ठभूमि खंगालने लगी है। सेक्टर कमांडर अब जम्मू संभाग में 192 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बटालियनों के कमांडरों के साथ मिलकर सुरक्षा की बारीकी से समीक्षा करने लगे हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा को नए सिरे ऑडिट करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
दरअसल, बीएसएफ की 173 बटालियन की बी कंपनी के कांस्टेबल सुमित कुमार निवासी गुरदासपुर पंजाब को अग्रिम चौकी पर रंगे हाथों पकड़ा गया था। वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के संपर्क में था। वह सरहद पार से आने वाले हथियारों, नशीले पदार्थो को पंजाब में सक्रिय देश विरोधी तत्वों को सप्लाई करता था। इस मामले को गृह मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है। इसलिए बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आइजी एनएस जम्वाल ने फील्ड कमांडरों को अग्रिम चौकियों में सुरक्षा स्तर को और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। देश की सीमा पर आतंरिक सुरक्षा को भी खंगाला जाने लगा है ताकि पता लगाया जा सके कि अपने ही सुरक्षा तंत्र में सेंध लगाने वाली कोई और काली भेंड़ तो नहीं छिपी है। कुछ और की गिरफ्तारी जल्द
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार कांस्टेबल सुमित से शुरुआती पूछताछ के आधार पर जल्द कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। हथियारों की तस्करी में स्थानीय स्तर की मिलीभगत का भी पता लगाया जा रहा है। बीएसएफ, खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश में है जो हथियारों, नशीले पदार्थो की खेप को अंतरराष्ट्रीय सीमा से पंजाब पहुंचाते थे। कौन है चौधरी अकरम
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान में नशीले पदार्थो के कारोबार को चौधरी अकरम नाम के एक तस्कर द्वारा संचालित किया जा रहा है। उसके लिए इस ओर कुछ स्थानीय तस्कर काम कर रहे हैं। उनके जरिए नशीले पदार्थो की खेप को पंजाब तक पहुंचाया जा रहा था। पहले छिपाओ, बाद में निकालो
सीमा पार से नशीले पदार्थो, छोटे हथियारों को मौका देखकर फेंसिंग के इस ओर फेंका जाता है। भारतीय क्षेत्र में उनके लिए काम कर रहे लोग इस खेप को अपने कब्जे में लेकर सीमा के पास ही सुरक्षित जगह पर छिपाते हैं। बाद में मौका पाकर वह इस खेप को आगे भेज देते हैं। गत वर्ष बीएसएफ ने जम्मू सेक्टर की सुचेतगढ़ सीमा पार से फेंकी गई पांच किलो हेरोइन जब्त की थी। वर्ष 2018 में जम्मू के अखनूर व राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में तीन-तीन किलोग्राम हेरोइन मिली थी। बरसात में नालों से घुसपैठ की आशंका
पाकिस्तान की साजिशों को नाकाम बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय पर सुरक्षा ग्रिड को मजबूत बनाया जा रहा है। बरसात के दिनों में घुसपैठ की कोशिशों में तेजी आएगी। इसलिए बीएसएफ व पुलिस मिलकर नदी-नालों से सटे घुसपैठ के रास्ते को बंद करने में लगे हैं।
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