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Amarnath Yatra 2020: अमरनाथ की वार्षिक यात्रा के लिए सुरक्षा बल तैयार

Amarnath Yatra 2020 सुरक्षा बलों ने किया आश्वस्त अमरनाथ यात्रा के लिए तैयार हैं हम अगले सप्ताह हो सकता है यात्रा की तिथि का एलान

By Preeti jhaEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2020 07:50 AM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2020 07:50 AM (IST)
Amarnath Yatra 2020: अमरनाथ की वार्षिक यात्रा के लिए सुरक्षा बल तैयार
Amarnath Yatra 2020: अमरनाथ की वार्षिक यात्रा के लिए सुरक्षा बल तैयार

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर  भगवान अमरनाथ की वार्षिक यात्रा के लिए सुरक्षा बल तैयार हैं। उपराज्यपाल जीसी मुर्मू के साथ राज्य के सुरक्षा हालात पर बैठक में उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रशासन तैयारी करे, हम सुरक्षा देने को तैयार हैं। इसके बाद माना जा रहा है कि जुलाई के पहले सप्ताह में यात्रा मार्ग पर तैनाती की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसी दौरान श्राइन बोर्ड यात्रा तिथि का एलान कर सकता है।

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बैठक में उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने भारत-चीन सैन्य तनाव के मददेनजर पाकिस्तान द्वारा जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में किसी नापाक हरकत को अंजाम दिए जाने की आशंका से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का निर्देश देते हुए सुरक्षा एजेंसियों को श्री अमरनाथ की वाíषक तीर्थयात्रा के लिए सभी सुरक्षा उपाय जल्द करने को कहा। उन्होंने आतंकियों के खिलाफ सुनियोजित और प्रभावी अभियानों को निरंतर जारी रखने पर भी जोर दिया।बैठक में भारत-चीन में सैन्य तनाव के जम्मू कश्मीर पर होने वाले असर और प्रदेश में आतंकरोधी अभियानों से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई।

उपराज्यपाल ने संबंधित सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह जल्द से जल्द यात्रा के लिए अपनी तैनाती की कार्ययोजना को अंतिम रुप दें और आतंकी खतरे के स्थानों पर विशेष प्रबंध करें। सुरक्षा अधिकारियों ने बैठक में कहा कि वह यात्रा की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह तैयार है। यात्रा मार्ग और हाईवे की सुरक्षा का रोडमैप तैयार किया जा चुका है।बालटाल, नीलग्रथ में बनेगा हेलीपैडसूत्रों के अनुसार अगले सप्ताह बालटाल आधार शिविर और नीलग्रथ हेलीपेड भी तैयार हो जाएगा। इसके अलावा पवित्र गुफा से करीब डेढ़ किलोमीटर पहले छोटी गुफा के पास भी नया हेलीपैड बनेगा।

बीएसएनएल ने बालटाल से पवित्र गुफा तक विभिन्न जगहों पर टेलीफोन टावर भी क्रियाशील बनाए हैं।उत्तरी कमान प्रमुख नहीं पहुंच पाएदो दिन पूर्व उपराज्यपाल जीसी मुर्मू की अध्यक्षता में जम्मू कश्मीर प्रदेश के समग्र सुरक्षा परिदृश्य पर एकीकृत मुख्यालय की एक बैठक हुई थी। इसमें गृहमंत्रालय में सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार ने दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए भाग लिया। सेना की उत्तरी कमान प्रमुख वाईके जोशी लद्दाख के पूर्वी छोर पर चीन के साथ जारी सैन्य तनाव के कारण बैठक में शामिल नहीं हो पाए।

उपराज्यपाल के सलाहाकर आरआर भटनागर, जम्मू कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, सेना की व्हाइट नाइट और चिनार कोर के कमांडरों समेत सभी वरिष्ठ सैन्य कमांडर, जम्मू कश्मीर पुलिस के खुफिया विभाग के एडीजीपी, सभी केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी, सीआरपीएफ ,बीएसएफ और एसएसबी समेत जम्मू कश्मीर में तैनात केंद्रीय अ‌र्द्धसैनिकबलों के आलाधिकारी बैठक में शामिल हुए।आतंक के खिलाफ अभियान पर हौसला बढ़ायाउपराज्यपाल ने वादी में आतंकरोधी अभियानों की सफलता के लिए पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को सराहते हुए कहा कि वह कानून व्यवस्था बनाए रखने में जन-भागेदारी को बढ़ाएं।

आतंकियों के वित्तीय और ओवरग्राउंड नेटवर्क के साथ ही नारको टेररिज्म के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाए। बैठक में उपराज्यपाल ने कहा कि लद्दाख में भारत-चीन सैन्य तनाव का फायदा लेकर पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में आतंकी हिंसा को भड़का सकता है। इसके अलावा वह एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कोई दुस्साहस कर सकता है। सभी खुफिया रिपोर्टो का निरंतर आकलन होना चाहिए। सीमावर्ती लोगों को आपात परिस्थितियों में सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने, उनके लिए रहने के लिए अग्रिम इलाकों में बंकरों व अन्य आवश्यक सुविधाओं का भी समुचित प्रबंध होना चाहिए।


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