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Kashmir : अल कायदा की पहचान बना अंसार उल गजवात ए हिंद का कमांडर जाकिर मूसा मुठभेड़ में मारा गया

कश्मीर में अल कायदा की पहचान बने अंसार उल गजवात ए हिंद का कमांडर जाकिर मूसा वीरवार को डाडसर त्राल में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 23 May 2019 09:40 PM (IST)Updated: Thu, 23 May 2019 09:40 PM (IST)
Kashmir : अल कायदा की पहचान बना अंसार उल गजवात ए हिंद का कमांडर जाकिर मूसा मुठभेड़ में मारा गया
Kashmir : अल कायदा की पहचान बना अंसार उल गजवात ए हिंद का कमांडर जाकिर मूसा मुठभेड़ में मारा गया

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में अल कायदा की पहचान बने अंसार उल गजवात ए हिंद का कमांडर जाकिर मूसा वीरवार को डाडसर त्राल में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया। उसकी मौत के बाद वादी में हिंसक प्रदर्शनों की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने अगले आदेश तक सभी स्कूल कालेज बंद कर दिए हैं। कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं को बदं कर दिया गया है। सभी संवेदनशील इलाकों में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस और अर्धसैनिकबलों की अतिरिक्त टुकड़ियों को तैनात करने के साथ निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।

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वर्ष 2013 से सक्रिय जाकिर मूसा त्राल के नूरपोरा का रहने वाला था। उसके पिता अब्दुल रशीद बट एक सरकारी विभाग में इंजीनियर हैं। चंडीगढ़ स्थित एक इंजीनियरिंग कालेज में अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ आतंकी बनने वाले मूसा के जिंदा अथवा मुर्दा पकड़े जाने पर सुरक्षा एजेंसियों ने 15 लाख का ईनाम घोषित कर रखा था। वह जुलाई 2016 में मारे गए हिज्ब आतंकी बुरहान का करीबी था और उसे भी आतंकी संगठन में आरिफ व आदिल नामक दो आतंकी कमांडरों ने भर्तीकिया था जिन्होंने बुरहान को आतंकी बनाया था। उसे आतंकवाद की तरफउसके एक दोस्त इद्रीस ने धकेला था।

राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जाकिर मूसा की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि आज शाम को डाडसर में मूसा व उसके साथियों के छिपे होने की सूचना पर सेना की 42 आरआर,राज्य पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के एक संयुक्त कार्यदल ने आतंकियों की धरपकड़ के लिए एक तलाशी अभियान चलाया। तलाशी लेते हुए जवान जैसे ही एक मकान के पास छिपे तो अंदर छिपे आतंकियों ने उन पर फायर करते हुए वहां से भागने का प्रयास किया। लेकिन जवानों ने त्वरित कार्रवाई की और आतंकियों को मुठभेड़ में उलझा लिया। करीब 20 मिनट तक भीषण मुठभेड़ हुई। इस दौरान आतंकी समर्थक तत्वों ने आतंकियोंके लिए सुरक्षित रास्ता तैयार करने के इरादे से सुरक्षाबलों पर जमकर पथराव किया। लेकिन जवानों ने आतंकियों को भागने का कोई मौका नहीं दिया।

आतंकियों की तरफ से गोलियोंकी बौछार बंद होने पर जबानों ने जब मुठभेड़स्थल की तलाशी ली तो उन्हें वहां गोलियां से छलनी जाकिर मूसा का शव मिला। उसके अन्य साथियो की तलाश की जा रही है।

इस बीच, मूसा के मारे जाने की खबर फैलते ही पूरे इीलाके में तनाव फैल गया। लोग नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर आए और जगह जगह पुलिस व आतंकी समर्थक तत्वेां के बीच हिंसकझढ़पें शुरु हो गई। हालात को देखते हुए प्रशासन ने त्राल और उसके साथ सटे इलाकों में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ ही पूरी वादी में एलर्ट का एलान कर दिया। इसके साथ ही वादी में अगले आदेश तक सभी शिक्षण संस्थान बंद करने के साथ ही मोबाईल इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया।

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