जमीं से आसमां तक रही कड़ी सुरक्षा
राज्य ब्यूरो, जम्मू : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कठुआ में रविवार को विजय संकल्प रैली के दौरान जम्म
राज्य ब्यूरो, जम्मू : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कठुआ में रविवार को विजय संकल्प रैली के दौरान जम्मू कश्मीर में हाई अलर्ट रहा। जमीन से लेकर आसमान तक प्रधानमंत्री दौरे की सुरक्षा सुनिश्चित की गई।
पीएम मोदी सुबह करीब सवा ग्यारह बजे रैली को संबोधित करने के लिए कठुआ स्टेडियम में पहुंचे थे। ऐसे में जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों ने रैली स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित की तो सेना और सीमा सुरक्षाबल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दुश्मन की साजिश का मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी रखी। भारतीय वायुसेना भी हवाई सीमा की सुरक्षा को लेकर शनिवार से हाई अलर्ट पर रही। शनिवार देर शाम से ही विमानों ने हवा में मौजूद रहकर दुश्मन पर कड़ी नजर रखी। जम्मू शहर में रात भर भारतीय वायुसेना का एक बड़ा विमान रेकी करता रहा। बालाकोट हमले के जवाब में पाकिस्तान के हवाई हमले करने को ध्यान में रखते हुए वायुसेना अतिरिक्त चौकसी बरत रही है।
कठुआ जिले में हाईवे पर आतंकी कई बड़े हमले कर चुके हैं। ऐसे में सेना और सुरक्षाबलों ने बेहतर समन्वय से सुनिश्चित किया कि पीएम मोदी की मौजूदगी के दौरान परिदा भी पर न मार सके। अखनूर की डूमी में रैली की तर्ज पर ही इस बार भी सेना और सुरक्षाबलों के साथ सीमा सुरक्षा बल और भारतीय वायुसेना ने कोई जोखिम नहीं उठाया। प्रधानमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) ने संभाला। जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबल सुरक्षा के दूसरे और तीसरे चक्र में रहे। एसपीजी की टीमों ने शनिवार को रैली स्थल को सील कर दिया था। किसी को भी रैली स्थल के नजदीक आने की इजाजत नहीं दी गई। इससे पहले कठुआ में राज्य पुलिस व सुरक्षाबलों ने मॉक ड्रिल भी की।
प्रधानमंत्री महज डेढ घंटे के लिए कठुआ में रहे। उनकी रैली को सुरक्षित बनाने की कवायद चार दिनों से जारी थी। रैली की सुरक्षा का जिम्मा एसपीजी ने अपने हाथ में लिया था। एसपीजी के आइजी रैंक के एक अधिकारी ने रैली की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित की। पुलिस व सुरक्षाबलों को स्पष्ट निर्देश थे कि एसपीजी के निर्देशों का पालन हो। ऐसे में रविवार दोपहर को पीएम मोदी के लौटने के बाद सुरक्षा में जुटे लोगों ने राहत की सांस ली।