आरएसएस 2025 में शताब्दी वर्ष मनाएगी, जम्मू-कश्मीर में भी होंगे कई कार्यक्रम
अगले दो वर्षों में पूरे देश के सभी मंडलों में शाखाएं शुरू कर दी जाएंगी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक अपनी स्थापना के शताब्दी वर्ष से देश को विकास की ओर ले जाने के लिए कई जनजागृति कार्यक्रमों की ओर ले जाएगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि 2025 में संघ का शताब्दी वर्ष है, जिसे मनाने के लिए वृहत योजना बन रही है। जम्मू-कश्मीर में भी कई कार्यक्रम होंगे। यह जानकारी जम्मू-कश्मीर के प्रांत संघचालक डा. गौतम मैंगी ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी। उन्होंने कर्णावती, गुजरात में संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की 11 से 13 मार्च तक हुई बैठक का हवाला दिया, जिसमें इन सब तमाम बातों पर चर्चा हुई।
प्रांत संघचालक ने कहा कि आने वाले समय में संघ अपने कार्य का फैलाव कर रहा है। अगले दो वर्षों में पूरे देश के सभी मंडलों में शाखाएं शुरू कर दी जाएंगी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक अपनी स्थापना के शताब्दी वर्ष से देश को विकास की ओर ले जाने के लिए कई जनजागृति कार्यक्रमों की ओर ले जाएगा। इसमें युवाओं से विस्तारक के रूप में एक या दो साल का समय लिया जा रहा है। हालांकि कोविड काल में शाखाएं कुछ कम हो गई थी, मगर अब 98.6 प्रतिशत संघ का कार्य शुरू हाे चुका है।
प्रांत संघचालक डा. गौतम मैंगी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रांत में 281 स्थानों पर 417 शाखाएं चलती हैं। प्रांत के कुल 117 खंड, 635 मंडल व 42 नगर हैं, जहां संघ का कार्य चल रहा है। शाखाओं के अलावा 282 स्थानों पर साप्ताहिक मिलन व मासिक मंडलियां भी चल रही है।
प्रांत संघचालक डा. गौतम मैंगी ने कहा कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में संघ से जुड रहे नए सदस्यों का भी जिक्र आया।संघ द्वारा बनाई गई वेबसाइट पर देश में बड़ी संख्या में लोग जड़ने का सिलसिला जारी है। जनवरी से लेकर मार्च मध्य तक के समय के अढ़ाई माह के समय में 19048 नए लोग संघ के साथ जुड़ गए है। 2017 में 1,25,726,वर्ष 2018 में 1.5 लाख, वर्ष 2019 में 1,29520, वर्ष 2020 में 1,32500 और वर्ष 2021 में 1,06,154 नए लोग राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के साथ जुड़े।
गुजरात में हुई बैठक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत यह निर्णय लिया गया कि देश के विकास के लिए एकजुट होकर प्रयास करने होंगे। विकास कार्यों के लिए बड़े बड़े आयोजनों के स्थान पर छोटे-छोटे आयोजन कर जागरूकता लानी होगी। इसके लिए अगस्त माह तक विभिन्न अभियान चलाए जाएंगे। विकास के लिए हमें आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना होगा। वास्तव में संघ का लक्ष्य यही है कि हम अपने स्तर पर प्रयास कर विकास के पथ पर आगे बढ़ें। संवाददाता सम्मेलन में प्रांत सह कार्यवाह अवतार कृष्ण भी उपस्थित थे।