नए साल में जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करना होगा बड़ा मुद्दा, राजनीतिक दल इस मुद्दे पर होंगे मुखर
पैंथर्स पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव ङ्क्षसह का कहना है कि डोगरा राज्य जम्मू कश्मीर का विभाजन कर केंद्र शासित प्रदेश बनाना जम्मू के डोगरों से बेइंसाफी है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : नए साल में जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने का मुद्दा गर्माएगा। विपक्षी पार्टियां नेशनल कांफ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कांग्रेस व पैंथर्स पार्टी इस मुद्दे पर एकजुट है।
पैंथर्स पार्टी ने नया साल जम्मू को समर्पित करने का एलान कर दिया है। कांग्रेस भी राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर अभियान चलाने की तैयारी में है। नेशनल कांफ्रेंस व पीडीपी भी जम्मू का राज्य का दर्जा बहाल चाहती है। यह ऐसा मुद्दा है, जिस पर विपक्ष एकजुट होकर केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी में है।
पार्टी इस मुद्दे पर आंदोलन तेज करेगी : रविंद्र शर्मा
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रङ्क्षवद्र शर्मा का कहना है कि जम्मू कश्मीर राज्य था, जिसे केंद्र शासित प्रदेश बना कर इसका दर्जा कम कर दिया गया। केंद्र शासित प्रदेशों को राज्य बनते देखा था, लेकिन राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनते नहीं देखा था। नए साल में पार्टी इस मुद्दे पर अपना आंदोलन तेज करेगी। जम्मू कश्मीर को हर हाल में राज्य का दर्जा मिलना ही चाहिए।
केंद्र शासित प्रदेश बनाना डोगरों से बेइंसाफी : हर्षदेव
पैंथर्स पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव ङ्क्षसह का कहना है कि डोगरा राज्य जम्मू कश्मीर का विभाजन कर केंद्र शासित प्रदेश बनाना जम्मू के डोगरों से बेइंसाफी है। जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल होना चाहिए। हम इसके लिए संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद भी जम्मू से अनदेखी रुकी नहीं है। जम्मू के अहम प्रोजेक्ट कृत्रिम झील, मुबारक मंडी का संरक्षण व केबल कार प्रोजेक्ट अधर में लटके हुए हैं। जम्मू के पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
भाजपा भी राज्य का दर्जा बहाल होने के दे रही आश्वासन
इस मुद्दे पर घिर रही भाजपा भी जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल होने के आश्वासन दे रही है। हाल ही में जम्मू कश्मीर के दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा कि पार्टी की मांग है कि हालात ठीक होते ही जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाए। हम भी इसके हक में हैं।