Kashmir BJP: भाजपा कश्मीर इकाई के दो युवा नेताओं ने दिया इस्तीफा
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा की बारामुला इकाई के प्रधान मारुफ बट ने इस्तीफे का एलान किया।मेरे लिए मेरी और मेरे परिवार की सुरक्षा अहम है। मुझ पर दो बार हमला हो चुका है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। बांडीपोर में भाजपा नेता वसीम वारी की उनके भाई और पिता संग हुई हत्या के बाद भाजपा की कश्मीर इकाई के दो युवा नेता भाजपा नेतृृत्व पर अपनी सुरक्षा और जनहितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए संगठन से इस्तीफे का एलान कर चुके हैं। वहीं प्रदेश संगठन महामंत्री अशोक कौल ने आरोपाें को नकारते हुए कहा कि कुछ लोग निजी स्वार्थ के चलते भाजपा में शामिल हुए। अपने मंसूबों को पूरा न हाेते देख, झूठे दावे कर संगठन से बाहर हो रहे हैं।
बीते सप्ताह उत्तरी कश्मीर के बांडीपोर में आतंकियों ने भाजपा के युवा नेता वसीम वारी की उनके भाई और पिता संग हत्या कर दी थी। इसके बाद शनिवार काे भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा की बारामुला इकाई के प्रधान मारुफ बट ने इस्तीफे का एलान किया।उन्हांने अपने फेसबुक पेज पर अपने इस्तीफे की जानकारी सार्वजनिक करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा मुझे संगठन में काम करने का मौका देने के लिए मैं आप सभी का आभारी हूं। लेकिन मेरे लिए मेरी और मेरे परिवार की सुरक्षा अहम है। मुझ पर दो बार हमला हो चुका है, लेकिन मेरी सुरक्षा को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मुझे एक भी अंगरक्षक नहीं दिया गया है।
मारुफ के बाद कुपवाड़ा में भाजपा जिला उपाध्यक्ष आसिफ अहमद ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को हमसे बहुत सी उम्मीद हैं, लेेकिन प्रशासनिक अधिकारी हमारी एक नहीं सुनते। हम जनता के मुद्दे लेकर उनके पास जाते हैं और वह हमें इंकार कर दते हैं। पार्टी के वरिष्ठजनों से भी हमने इस विषय में कई बार बात की है।लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है। जलशक्ति विभाग यहां लोगों को स्वच्छ पेयजल तक उपलब्ध कराने में असमर्थ है।इसके अलावा सुरक्षा भी एक बड़ा मसला है।
प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री अशोक काैल ने कहा कि जिन लाेगों के इस्तीफे की बात हाे रही है, वे लोगों के लिए नहीं बल्कि सत्ता के लालच में निजी स्वार्थाें के लिए भाजपा के साथ जुड़े थे। भाजपा में जनता के लिए काम करने वालों की जरुरत है। ये लाेग प्रशासनिक अधिकारियाें के पास जाकर अपने निजी स्वार्थ पूरा कराने का प्रयास करते हैं, कई जगह प्रशासनिक नियमाें की अनदेखी पर जोर देते हैं। ये लोग अन्य दलों से हमारे संगठन में अाए थे। आज ये लोग सुरक्षा की बात कर रहे हैं, जनहित की बात उठा रहे हैं। वसीम वारी के बलिदान के बाद यह लोग है सिर्फ खबरों में बने रहने के लिए, लाेगों में अपनी साख साबित करने के इरादे से इस्तीफा दे रहे हैं। इनसे भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।