'मेरा शहर मेरी शान' कार्यक्रम में पहुंचे अधिकारियों पर सवालों की बौछार
लोगों ने कहा दफ्तर में नहीं मिलते अधिकारी कहां सुनाएं फरियाद पूछा-रात में अंधेरे में
लोगों ने कहा, दफ्तर में नहीं मिलते अधिकारी, कहां सुनाएं फरियाद, पूछा-रात में अंधेरे में डूब जाती हैं गलियां और बरसात में तालाब बन जाता है शहर, फिर कैसे करें गर्व ------------
संवाद सहयोगी, बिश्नाह : 'मेरा शहर मेरी शान' कार्यक्रम के तहत सोमवार को गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में जनता की परेशानियां सुनने के लिए स्कूल शिक्षा निदेशक अनुराधा गुप्ता, तहसीलदार बिश्नाह सोहनलाल राणा, नगरपालिका अध्यक्ष राजन शर्मा समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी भी पहुंचे थे। इस मौके पर कस्बे के लोगों ने अधिकारियों के सामने समस्याओं का अंबार लगा दिया। लोगों में सबसे ज्यादा गुस्सा इस बात पर था कि कई अधिकारी दफ्तर ही नहीं आते हैं। ऐसे में वे अपनी समस्या किसी बताएं। पूर्व सूबेदार कृष्ण लाल ने इस मामले में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वे कई बार समस्याएं बताने अधिकारियों के दफ्तर गए, लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा। इसी तरह गार शर्मा का भी कहना था कि वे भी कई दिनों से तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभियान का नाम 'मेरा शहर मेरी शान' रखा है, लेकिन यहां तो बिश्नाह कस्बे में गलियां, नालियां, सड़कें खस्ताहाल हैं। ऐसे में हम कैसे अपने शहर पर अभिमान करें। कस्बे की कई गलियां रात में अंधेरे में डूब जाती हैं, क्या इस बात पर गर्व करें या बारिश में जब पूरा कस्बा तालाब बन जाता है उस पर। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को अपना आशियाना बनाने के लिए राहत राशि नहीं मिलती है, लेकिन अधिकारी उनकी मदद नहीं करते हैं। स्कूल शिक्षा निदेशक ने लोगों की समस्याओं को सुनने के बाद जल्द से जल्द उनका समाधान करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने लोगों की समस्याओं को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इस मौके पर बीएमओ राकेश मंगोत्रा, कृषि अधिकारी भूपेंद्र सिंह, शहर के सभी पार्षद और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।