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पंजाबी व गोजरी को मिले राजभाषा का दर्जा

पंजाबी व गोजरी भाषा को जम्मू-कश्मीर की आधिकारिक भाषा नहीं बनाए जाने के विरोध में आंबेडकर चौक में प्रदर्शन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 08:35 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 08:35 AM (IST)
पंजाबी व गोजरी को मिले राजभाषा का दर्जा

जागरण संवाददाता, जम्मू : पंजाबी व गोजरी भाषा को जम्मू-कश्मीर की आधिकारिक भाषा नहीं बनाए जाने के विरोध में आंबेडकर चौक में प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि पंजाबी और गोजरी जम्मू-कश्मीर की प्रमुख भाषाएं हैं। इनको नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। प्रदर्शन में जम्मू मुस्लिम फ्रंट के चेयरमैन शेजा जफर, ऑल जम्मू कश्मीर क्रिश्चियन समाज के प्रधान आशू पीटर गिल के अलावा बंसी लाल चौधरी, कुलवंत सिंह, शशि सियाल, सुखदेव सिंह, अवतार सिंह, नरेंद्र सिंह, सुरजीत सिंह भी उपस्थित थे। मौके पर ऑल इंडिया कंफेडरेशन ऑफ एससी, एसटी, ओबीसी के प्रधान आरके कल्सोत्रा ने कहा कि भाषाओं के साथ सौतेला व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा। सोवत चौधरी ने गोजरी भाषा का पक्ष लिया और राज्यपाल से मांग की कि गोजरी भाषा को उसका मान दिया जाए।

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