Jammu Kashmir: पूर्व आइएएस शाह फैसल, पीडीपी नेता सरताज मदनी-पीर मंसूर का पीएसए हटाया
PSA in Jammu Kashmir सरकार ने पीएसए निरस्त कर दिया है और अब से किसी भी समय उन्हें रिहा किया जा सकता है।
श्रीनगर, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर सरकार ने आइएएस से राजनेता बने शाह फैसल समेत पीडीपी के दो नेताओं सरताज मदनी और पीर मंसूर पर लगा पीएसए हटा दिया है। ये तीनों 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिए जाने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद से नजरबंद थे।
विश्वसनीय सूत्रों ने अनुसार सरकार काफी दिनों से इन नेताओं पर लगाए गए पीएसए को हटाने पर विचार कर रही थी। आज दोपहर बाद इस फैसले पर मुहर लगाई गई। जिसके बाद शाह फैसल, सरताज मदनी और पीर मंसूर पर लगा पीएसए हटाकर उन्हें रिहा करने का फैसला लिया गया। अब तक मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने पीएसए निरस्त कर दिया है और अब से किसी भी समय उन्हें रिहा किया जा सकता है।
पूर्व प्रशासिनक अधिकारी और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (JKPM) के प्रमुख शाह फैसल को फरवरी 2020 में पीएसए के तहत बुक किया गया था। पिछले साल 13 अगस्त को जब फैसल दिल्ली हवाई अड्डे से इस्तांबुल जाने के लिए फ्लाइट पकड़ने के लिए पहुंच तो उसी दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। बाद में उन्हें वापस श्रीनगर लाया गया और वहां उन्हें नजरबंद कर दिया गया। करीब छह महीने बाद उन पर पीएसए लगा दिया गया।
इस बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता सरताज मदनी और पीर मंसूर जिन्हें पीएसए के तहत बुक किया गया था, के भी आरोप वापस ले लिए गए हैं। सरकार ने 5 अगस्त के बाद श्रीनगर के सांसद और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती सहित जम्मू-कश्मीर के अधिकांश मुख्यधारा के राजनेताओं को हिरासत में ले लिया था। फारूक और उमर अब्दुल्ला समेत कई नेताओं को अब रिहा कर दिया गया है। अब केवल महबूबा मुफ्ती ही पीएसए के तहत गिरफ्तार हैं।