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सिंचाई की जरूरत पड़ी तो फूटा गुस्सा

चार साल से खराब पड़े टयूबवेल की मरम्मत करवाने की मांग पर सोमवार को खवासका गांव के लोगों ने प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 06:13 AM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 06:13 AM (IST)
सिंचाई की जरूरत पड़ी तो फूटा गुस्सा
सिंचाई की जरूरत पड़ी तो फूटा गुस्सा

संवाद सहयोगी, मीरां साहिब : खवासका गांव के लोगों को जब सिंचाई की जरूरत पड़ी तो उनका गुस्सा विभाग के खिलाफ सोमवार को फूट पड़ा। चार साल से खराब पड़े टयूबवेल की मरम्मत नहीं करवाए जाने से भड़के ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए टयूबवेल की तुरंत मरम्मत करवाने की मांग की।

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प्रदर्शन कर रहे पंचायत के नायब सरपंच प्रवीण कुमार, रवि कुमार, राजकुमार, राजू तरसेम लाल, कमल कुमार, बाबा राम आदि ने कहा कि गांव में फसल की सिंचाई के लिए सिंचाई विभाग ने ट्यूबवेल स्थापित किया गया था। लेकिन यह टयूबवेल चार साल से बंद पड़ा हुआ है। इसके चलते किसानों की 100 एकड़ भूमि सिर्फ बारिश पर निर्भर है। विभाग की ओर से गांव में स्थापित ट्यूबवेल से नहरी पानी को लिफ्ट कर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाया जाता था, क्योंकि उनका गांव ऊंचाई पर बसा हुआ है। टयूबवेल खराब होने से खेतों में पानी नहीं पहुंच रहा है। कई बार समस्या से विभाग को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन ट्यूबवेल को फिर से चलाने के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया जा रहा है। नायब सरपंच प्रवीण कुमार ने कहा कि आज किसानों के लिए खेती करना घाटे का सौदा बनता जा रहा है, क्योंकि कभी पानी की समस्या आ जाती है, प्रशासन कोई मदद नहीं करता है। टयूबवेल जिस उद्देश्य से लगाया गया था, उसकी पूर्ति नहीं हो रही है। किसानों का कोई सुनने वाला नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही ट्यूबवेल को फिर से शुरू नहीं किया गया तो किसान जोरदार प्रदर्शन करेंगे।


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