थम नहीं रहा गुस्सा, सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, जम्मू : पुलवामा आतंकी हमले के विरोध में शनिवार को भी शहर के कई क्षेत्रों मे
जागरण संवाददाता, जम्मू : पुलवामा आतंकी हमले के विरोध में शनिवार को भी शहर के कई क्षेत्रों में प्रदर्शन हुआ। कर्फ्यू के बावजूद लोग घरों से निकले और प्रदर्शन कर हमले का विरोध जताया।
दिनभर शांत रहने के बाद न्यू प्लॉट के लोग शनिवार देर शाम को सड़कों पर उतर आए। उन्होंने टायर जलाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस की गाड़ियों पर भी लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने लोगों को खदेड़ कर सड़क पर जल रहे टायरों को हटाकर स्थिति को नियंत्रण में किया। न्यू प्लॉट जानीपुर से लगता इलाका है लेकिन दिन भर जानीपुर में प्रदर्शनकारियों व सुरक्षाबलों के बीच हुए टकराव के बाद भी न्यू प्लॉट क्षेत्र शांत बना रहा। शाम होते हुए न्यू प्लॉट हाईकोर्ट मार्ग पर भी जगह-जगह लोग बाहर सड़क पर जुटना शुरू हो गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान लोगों ने भारतीय सेना जिंदाबाद के नारे भी लगाए। उधर, न्यू प्लॉट में प्रदर्शनों को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंच गई लेकिन पुलिस को देखते हुए लोग भड़क गए और उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। उधर जबाव में पुलिस ने भी लोगों पर हल्का बल प्रयोग किया और उन्हें मौके से खदेड़ दिया। झज्जर कोटली में प्रदर्शन
पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में झज्जर कोटली क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने शनिवार को प्रदर्शन किया और पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अपने घरों से निकल कर यह लोग सड़क किनारे एकत्र हुए और प्रदर्शन करने लगे। लोगों ने कहा कि अब पाकिस्तान से आमने सामने युद्ध होना चाहिए। पुलवामा में आतंकवादियों का हमला बेहद ¨नदनीय है और इसका बदला भारत को लेना ही होगा। पूर्व सरंपच मदन मोहन दूबे ने कहा कि पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों के परिवारों के साथ इस समय पूरा देश खड़ा है। आतंकवादियों ने जो हिमाकत की, को किसी भी हाल में सहन नही किया जा सकता। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से हर हाल में सख्ती से निपटा जाए। पूर्व सरपंच ने स्थानीय लोगों से कहा कि वे क्षेत्र में एकता व सद्भावना बनाए रखें। वहीं, शाम के समय क्षेत्र के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला और पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इस मार्च में महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया। शिवसेना का सिडको चौक पर प्रदर्शन
शिवसेना ठाकरे ने शनिवार को बड़ी ब्राह्मणा के सिडको चौक में प्रदर्शन किया। पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि अब पाकिस्तान को सबक सिखाने का समय है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को बेनकाब किया जाए। शिव सैनिकों ने अलगाववादियों के खिलाफ भी नारे लगाए और केंद्र सरकार से मांग की कि हुर्रियत के इन नेताओं को दी गई सुरक्षा व्यवस्था वापस ली जाए। प्रदर्शन की अध्यक्षता पार्टी के महासचिव मनीश साहनी ने की। उन्होंने कहा कि पुलवामा में आतंकवादी हमला बेहद ¨नदनीय घटना है और इन आतंकवादियों को अब भुगतना होगा। मनीश साहनी ने कहा कि भारत सरकार को अब बड़ा फैसला लेना होगा। आतंकवादियों की जननी पाकिस्तान में घुसकर सफाया करने का अब समय आ गया है। सीमांत क्षेत्रों में सेना अपनी पैनी निगाह रखे ताकि कोई आतंकवादी भारतीय क्षेत्र में घुस न पाए। वहीं कहा कि घाटी में देश विरोधी हवा चलाने वाले अलगाववादियों की दी गई सुरक्षा बिना देरी किए वापस ली जाए। इन लोगों को किस बात की सुरक्षा सरकार ने दी हुई है। देश के खिलाफ हवा चलाने वालों को बिना देरी किए जेल में बंद किया जाना चाहिए। मौके पर कार्यकर्ताओं ने पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि दी। दो मिनट का मौन भी रखा गया। प्रदर्शन में सुरजीत ¨सह जम्वाल, राज ¨सह, राजू सलारिया आदि उपस्थित थे। गांधी नगर में गाड़ियों में तोड़फोड़
जागरण संवाददाता, जम्मू : कर्फ्यू के बावजूद शहर के पॉश गांधी नगर इलाके में देर शाम को कुछ शरारती तत्व सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों को तोड़ कर फरार हो गए। इस घटना के बाद गाड़ी के मालिक भी बाहर निकल आए और उन्होंने वहां पर हंगामा शुरू कर दिया।
घटना शनिवार देर शाम उस समय हुई, गांधी नगर से लगते रामपोरा इलाके से कुछ युवक नारेबाजी करते हुए निकले। वे गांधी नगर सरकारी क्वार्टरों के बाहर पहुंचे। वहां सड़क किनारे खड़ी दो कारों के शीशों को तोड़कर फरार हो गए। इन सरकारी क्वार्टरों में सचिवालय के कश्मीर से आए कर्मचारी ठहरे हुए हैं। बाहर हंगामा होता देख क्वार्टरों से जब वे लोग बाहर निकले तो उन्हें अपनी गाड़ियां टूटी हुई दिखीं। इसके बाद क्वार्टरों के लोगों ने भी विरोध जताना शुरू कर दिया। उनकी स्थानीय लोगों के साथ नोंकझोक शुरू हो गई। देखते ही देखते दोनों ओर से लोग आमने सामने हो गए लेकिन ऐन मौके पर एसडीपीओ गांधी नगर सुनयना वानी ने सेना के जवानों के साथ मौके पर पहुंच कर स्थिति को काबू में किया। उधर, गाड़ी मालिकों का आरोप था कि कर्फ्यू के बावजूद पुलिस ने उनके इलाके में चौकसी नहीं रखी जिस कारण उनकी गाड़ियों को लोग तोड़ कर आराम से निकल गए। वहीं एसडीपीओ सुनयना वानी ने इलाके में चौकसी बढ़ाने का आश्वासन देकर लोगों को शांत करवाया।